विद्युत निगम की ओर से शहर में लगाई रोड लाइटों का सर्वे कराया गया। इसमें सामने आया कि साढ़े चार सौ रोड लाइटें अब तक मीटर से नहीं जुड़ी है। शहर में ऐसी रोड लाइटें भी है, जो टाइमर स्विच से नहीं जुड़ी होने से जलती रहती हैं। इसके चलते निगम ने सभी रोड लाइटों को मीटर से जोडऩे की कार्य योजना तैयार की है, ताकि लाइटों पर खर्च होने वाली बिजली का सही आकलन हो सके।
विद्युत निगम की ओर से इसकी कार्य योजना तैयार कर ली है। तीस जून तक सारी रोड लाइटों को फेज लाइन डालकर मीटर से जोड़ दिया जाएगा।
…तो करेंगे कार्रवाई निगम की ओर से तीस जून तक सभी रोड लाइटों को मीटर से जोडऩे का कार्य पूरा किया जाएगा। इसके बाद अगर बिना मीटर से जुड़े कोई रोड लाइट लगाई जाती है तो निगम की ओर से कार्रवाई की जाएगी, ताकि अकारण बिजली की खपत को रोका जा सके।
शहर में 11 हजार 432 रोड लाइट
…तो करेंगे कार्रवाई निगम की ओर से तीस जून तक सभी रोड लाइटों को मीटर से जोडऩे का कार्य पूरा किया जाएगा। इसके बाद अगर बिना मीटर से जुड़े कोई रोड लाइट लगाई जाती है तो निगम की ओर से कार्रवाई की जाएगी, ताकि अकारण बिजली की खपत को रोका जा सके।
शहर में 11 हजार 432 रोड लाइट
शहर की अलग-अलग कॉलोनियों में 11 हजार 432 रोड लाइट लगी है। इनमें कई जगह पर रोड लाइट की लाइन नहीं होने से सीधे ही जोड़ रखा है। इससे दिनरात रोड लाइट जलती रहती है। अब भी परिषद की ओर से कुछ कॉलोनियों में रोड लाइट डाली जानी है। इसको लेकर प्रक्रिया चल रही है।
परिषद भी करवा रही है सर्वे
परिषद भी करवा रही है सर्वे
नगर परिषद की ओर से भी रोड लाइट से नहीं जुड़ी लाइटों का सर्वे कराया जा रहा है, ताकि फेज वायर डालने के लिए कितने वायर की आवश्यकता होगी। इसके बाद रोड लाइट की लाइन डाली जाएगी। इसके बाद भी यदि कहीं पर रोड लाइट शेष रह जाती है तो फिर से सर्वे कराया जाएगा।
इस संबंध में विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता दिनेशसिंह चौहान ने बताया कि शहर की सभी रोड लाइटों को मीटर से जोड़ा जाएगा। इसके लेकर तकमीना तैयार कर लिया गया है। फेज लाइन से जोडऩे के लिए नगर परिषद अपने स्तर पर भी काम करवा सकेगी। ऐसा नहीं किए जाने पर निगम सीएलसीआर के तहत काम करवाएंगे।
इस संबंध में विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता दिनेशसिंह चौहान ने बताया कि शहर की सभी रोड लाइटों को मीटर से जोड़ा जाएगा। इसके लेकर तकमीना तैयार कर लिया गया है। फेज लाइन से जोडऩे के लिए नगर परिषद अपने स्तर पर भी काम करवा सकेगी। ऐसा नहीं किए जाने पर निगम सीएलसीआर के तहत काम करवाएंगे।