शहर के प्रमुख सडक़ों चौराहों के साथ ही गली- मोहल्ले (roads and streets) में भी रोड लाइटें बंद पड़ी (Road lights are closed ) हैं। इससे बरसात में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के जयपुर रोड पर सोफिया स्कूल से एमडीएस तिराहे तक अंधेरा पसरा हुआ है। गौरवपथ पर मानसिंह होटल से लेकर पंचशील तिराहे तक लाइटें बंद हैं। जबकि वैशाली नगर पेट्रोल पम्प से लेकर रीजनल कॉलेज तिराहे तक अंधेरा पसरा हुआ है। रामगंज में रेलवे अस्पताल से लेकर मार्टिनडंल ब्रिज तक अंधेरा है। बरसात के दौरान अधिकतर कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। जहां लाइटें जल भी रहीं है वहां टाइम टाइम पर नहीं है। नहीं हो रही शिकायत पर सुनवाई शास्त्री नगर रोड की रोड लाइटें भी बंद पड़ी हैं। लोगों की शिकायत के बादजूद एडीए व नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। शास्त्री नगर विकास समिति के अध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. एस.डी. मिश्रा ने बताया कि पिछले तीन दिनों से शास्त्री नगर विस्तार बी ब्लॉक की स्ट्रीट लाइटें बंद हैं कई बार शिकायत की गई लेकिन नगर निगम अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। शास्त्री नगर बी ब्लॉक की गलियां अधेरे में डूबी हुई है।निरीक्षण का असर नहीं पिछले दिनों नगर निगम आयुक्त ने अभियंताओं के साथ स्ट्रीट लाइटों का निरीक्षण किया था। इस दौरान कई जगहों पर लाइटें बंद पाई गई तथा पिलर बॉक्स खुल हुए पाए गए। आयुक्त के निर्देश के बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। जबकि अजमेर विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अभियंता ठेकेदार के भरोसे ही बैठे हैं । अभियंताओं की लापरवाही का आलम यह है कि कई कॉलोनियों में दिन भी डायरेक्ट लाइटें जलती रहती है तो कही कॉलोनियों में रात्रि में भी अधेरा है। न तो अधिकारी ही व्यवस्था की जांच कर रहे हैं और न ही अभियंता ही। अजमेर विकास प्राधिकरण और नगर निगम दोनो ही सालाना लाखों रुपए स्ट्रीट लाइटों के मेंटीनेंस व संचालन पर खर्च करते हैं।