प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते आधी से भी कम बसों का ही संचालन हो रहा है। उसमें भी कुछ बसें नई है। इसके कारण उनमें नाममात्र की खराबी आ रही है। वर्कशॉप में ज्यादा काम नहीं होने के चलते पुरानी बसों को दुरुस्त कर चमकाने का बीड़ा उठाया गया है। मुख्यालय के निर्देश पर अजमेर डिपो और अजयमेरू डिपो की पुरानी बसों को सुधारा जा रहा है। पुरानी बसों पर पहले सिर्फ रंग और सीट आदि को दुरुस्त कर इतिश्री कर ली जाती थी। कलर आदि होने के बावजूद वह पुरानी ही दिखाई देती थी, लेकिन इस बार पुरानी रोडवेज बसों की बैल्ंिडग, क्षतिग्रस्त पाटर््स को बदलने अथवा दुरुस्त करने, कलर से पहले पुट्टी करना, उसके बाद ग्राइड करने के बाद फिर कलर किया जा रहा है। बसों की सीटों को दुरुस्त किया जा रहा है। इससे बसें अंदर और बाहर दोनों तरह से आकर्षित लगेगी और यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी। अजयमेरू डिपो की 36 पुरानी बसें हैं जिन्हें चमकाया जाएगा। इसी प्रकार अजमेर डिपो की बसों को भी दुरुस्त करने का काम जारी है।