इससे अजमेर के केन्द्रीय बस स्टैंड पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अजमेर व अजमेरु आगार को 50 लाख रुपए से ज्यादा कीी राजस्व हानि का सामना करना पड़ा। हड़ताल में राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा (एटक, सीटू, इंटक एसोसिएशन, बीजेएमएम, कल्याण समिति) शामिल हुए हैं। हड़ताली कर्मचारियों ने बस स्टैंड पर धरना देते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। सोमवार देर शाम जयपुर में हड़ताली कर्मचारियों की सरकार से वार्ता चलती रही।
यात्री हुए परेशान : बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना करना पड़ा। हड़ताल से अंजान यात्री इधर-उधर पूछताछ करते नजर आए। कुछ ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी तो कुछ बस स्टैंड पर बसों का इंतजार करते रहे। कुछ यात्रियों ने ट्रेन व लोक परिवहन सेवा तथा निजी बसों का सहारा लिया। निजी बस ऑपरेटरों ने हड़ताल का फायदा उठाते हुए मनमाना किराया वसूला। यात्रियों से मनमाना किराया वसूल किया गया।
निरस्त हुए ऑनलाइन टिकट : जिन यात्रियों ऑन लाइन तथा ऑफ लाइन टिकट आरक्षण करवाया था उन्हें बसें नहीं चलने के कारण अपने टिकट निरस्त करवाने पड़े। इससे भी रोडवेज को नुकसान उठाना पड़ा।
जायरीन के लिए चली बसें :
अजमेर आगार के मुख्य प्रबन्धन ने बताया कि अजमेर में चल रहे ख्वाजा गरीब नवाज के मिनी उर्स में देश के अन्य राज्यों से आए जायरीन को कायड़ विश्रामस्थली से फव्वारा सर्किल तथा यहां से वापस कायड़ विश्रामस्थली पहुंचाने के लिए 30 बसों का संचालन वाया शास्त्री नगर किया गया। इनमें 20 बसों का संचालन अजमेर आगार तथा 10 बसें अन्य डिपो की थीं। यह बसें मिनी उर्स के लिए अजमेर आई हैं।
अजमेर आगार के मुख्य प्रबन्धन ने बताया कि अजमेर में चल रहे ख्वाजा गरीब नवाज के मिनी उर्स में देश के अन्य राज्यों से आए जायरीन को कायड़ विश्रामस्थली से फव्वारा सर्किल तथा यहां से वापस कायड़ विश्रामस्थली पहुंचाने के लिए 30 बसों का संचालन वाया शास्त्री नगर किया गया। इनमें 20 बसों का संचालन अजमेर आगार तथा 10 बसें अन्य डिपो की थीं। यह बसें मिनी उर्स के लिए अजमेर आई हैं।
हड़ताल में बीएमएस शामिल नहीं : कर्मचारी हड़तमाल में राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन (बीएमएस) से जुड़े कर्मचारी शामिल नहीं हुए। ये कर्मचारी कार्यालय में काम करते नजर आए लेकिन इसके बावजूद बसों का संचालन शुरू नहीं हो सका।