आमजन में सौर ऊर्जा उत्पादन के प्रति जागरुकता बढ़ी है, लेकिन इसका दायरा अभी भी सीमित है। अलबत्ता सरकार ने कॉलेज शिक्षा निदेशालय के अधीन 557 यूजी-पीजी कॉलेज में रूफटॉप सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करने का फैसला किया है। मौजूदा वक्त 20 प्रतिशत कॉलेज में ही रूफटॉप सौर पैनल लगे हैं। 80 प्रतिशत कॉलेज जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम की बिजली पर निर्भर हैं। सरकार ने सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सभी कॉलेज में रूफटॉप सौर पैनल लगाने की घोषणा की है।
48 नोडल अधिकारी नियुक्त
कॉलेज शिक्षा निदेशालय के संयुत सचिव डॉ. वी.के.शर्मा ने बताया कि रूफटॉप सौर पैनल लगाने के लिए 48 कॉलेज को नोडल बनाया गया है। नोडल अधिकारी विभिन्न कॉलेज में सौर ऊर्जा पैनल, प्लांट, लोड क्षमता और अन्य जानकारी देंगे।
20 प्रतिशत घरों में सौर पैनल
राज्य के जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम में 30 प्रतिशत घरेलू उपभोताओं के घरों में भी रूफ टॉप सौर पैनल नहीं लगे हैं। उपभोताओं में सौर ऊर्जा उत्पादन का लेकर ज्यादा रुचि नहीं है। कृषि उपभोताओं में भी 50 प्रतिशत उपभोता डिस्कॉम की बिजली पर निर्भर हैं। राज्य के जयपुर, जोधपुर डिस्कॉम के भी यही हाल हैं। फैक्ट फाइल
- 557 कॉलेज हैं राज्य में
- 100 कॉलेज में भी नहीं है सौर पैनल
- 4 हजार से ज्यादा शिक्षक हैं कार्यरत
- 5 हजार से ज्यादा कार्मिक कार्यरत
- 20 लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत