वायरल वीडियो में शिक्षक ओएमआर एकत्रित करती दिखी है। वीडियो में एक भरी हुई ओएमआर शीट भी दिखाई गई है। आयोग, पुलिस और संबंधित जिला प्रशासन को ‘मोबाइल Ó की सबसे अहम जांच करनी है। वीडियो परीक्षा की शुरुआत अथवा खत्म होते वक्त बनाया गया इसको लेकर तकनीकी जांच हो रही है।
एसओजी और प्रशासनिक जांच रिपोर्ट को फुल कमीशन में रखा जाएगा। इसके आधार पर दोषी अभ्यर्थियों को नियमानुसार आजीवन अथवा तीन से पांच परीक्षाओं के लिए डिबार किया जाएगा। जिस सेंटर पर लापरवाही हुई इसे ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
सब इंस्पेक्टर सहित नीट-जेईई परीक्षाओं में मोबाइल-ब्लूटूथ सिरदर्द साबित हुए। राज्य में पुलिस ने गिरोह और अभ्यर्थियों को पकड़ा। सब इंस्पेक्टर परीक्षा के दौरान उदयपुर में राजकीय बालिका विद्यालय में सोनू जाट नकली बालों की विग में ब्लूटूथ छिपाकर लाया। पाली में भी अभ्यर्थी राजेश विश्नोई परीक्षा केंद्र में मोबाइल और ब्लूटूथ लेकर पहुंचा। बीकानेर में रामसहाय स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश चौहान, कोचिंग सेंटर संचालक राजू मैट्रिक समेत दस लोगों को गिरफ्तार कर मोबाइल जब्त किए गए।