कार्मिक विभाग में आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती-2021 को लेकर परीक्षण चल रहा है। इसमें आरएएस, आरपीएस, लेखा सेवा, राज्य बीमा सेवा, उद्योग सेवा, वाणिज्यिक सेवा, सहकारी, नियोजन, खाद्य एवं नागरिक सेवा, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास सेवा, महिला विकास सेवा,, अल्पसंख्यक मामलात, आबकारी निरोधक सेवा, पर्यटन, परिवहन, देवास्थान सेवा, राजस्थान उद्योग अधीनस्थ सेवा,, तहसीलदार सेवा, नियोजन अधीनस्थ सेवा, वाणिज्यिक अधीनस्थ सेवा, खाद्य एवं नागरिक रसद सहित अन्य सेवाएं शामिल हैं। कार्मिक विभाग ने साल 2019 और 2020 में हुई रिक्तियों को लेकर विभागों से ब्यौरा मांगा है।
आयोग ने सरकार और कार्मिक विभाग को आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा की अभ्यर्थना को लेकर पत्र भेजा है। अभ्यर्थियों को भी इसका इंतजार है। खुद आयोग अध्यक्ष ने भी मुख्य सचिव निरंजन आर्य से चर्चा की है।
साल 2012 के बाद आयोजित आएरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षाएं आयोग सहित अभ्यर्थियों के लिए सिरदर्द साबित हुई हैं। इनमें 2013 की परीक्षा ने सरकार, आयोग और अभ्यर्थियों को सर्वाधिक परेशान किया। इसके बाद हुई परीक्षाओं में कभी पेपर लीक तो कभी उत्तर कुंजी को लेकर आयोग को राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचना पड़ा। साल 2016 की परीक्षा में एसबीएसी और जाट आरक्षण मामले को लेकर आयोग काफी परेशान रहा। साल 2018 की भर्ती में कभी प्रश्न तो कभी भूतपूर्व सैनिक व डीसी कैटेगरी में अयोग्य अभ्यर्थियों का चयन और मुख्य परीक्षा में दो गुणा अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने से जुड़ी याचिकाओं ने आयोग को परेशान किया।
आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती की अभ्यर्थना को लेकर कार्मिक विभाग को पत्र भेजा है। जैसे ही प्रत्युत्तर और अभ्यर्थना मिलेगी आयोग कामकाज शुरू करेगा।
डॉ. भूपेंद्र यादव अध्यक्ष राजस्थान लोक सेवा आयोग