वर्ष 1949 में राजस्थान लोक सेवा आयोग सेवा का गठन किया गया था। आयोग में शुरुआत से अध्यक्ष सहित पांच सदस्य होते थे। कांग्रेस सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल (2013) में दो सदस्यों की संख्या बढ़ा दी। इससे आयोग सात सदस्यीय हो गया है।
इनका कार्यकाल होगा खत्म
इनका कार्यकाल होगा खत्म
इस साल आयोग के तीन सदस्यों का छह वर्षीय कार्यकाल खत्म होगा। इनमें डॉ. शिवसिंह राठौड़ 29 जनवरी, रामूराम राइका का 4 अगस्त और राजकुमारी गुर्जर का कार्यकाल 7 दिसंबर 2022 को खत्म होगा। इनके बाद आयोग में डॉ. संगीता आर्य, डॉ. जसवंत राठी, बाबूलाल कटारा और डॉ. मंजु शर्मा ही सदस्य रहेंगे।
ये है नियुक्ति नियम
नियमानुसार आयोग में अध्यक्ष सहित सदस्य छह वर्ष अथवा 62 वर्ष की आयु पूरी होने तक रह सकते हैं। राज्य सरकार वरिष्ठतम आईएएस, आईपीएस, विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षाविद् को अध्यक्ष अथवा सदस्य नियुक्त करती है। नियुक्ति से पहले आर्मी और पुलिस इंटीलेजेंस से संबंधित व्यक्ति के चाल-चलन और सेवाकाल की रिपोर्ट ली जाती है। कोई मुकदमा-निलंबन अथवा कारावास सजा प्राप्तकर्ता व्यक्ति की इन पदों पर नियुक्ति नहीं होती है।
नियमानुसार आयोग में अध्यक्ष सहित सदस्य छह वर्ष अथवा 62 वर्ष की आयु पूरी होने तक रह सकते हैं। राज्य सरकार वरिष्ठतम आईएएस, आईपीएस, विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षाविद् को अध्यक्ष अथवा सदस्य नियुक्त करती है। नियुक्ति से पहले आर्मी और पुलिस इंटीलेजेंस से संबंधित व्यक्ति के चाल-चलन और सेवाकाल की रिपोर्ट ली जाती है। कोई मुकदमा-निलंबन अथवा कारावास सजा प्राप्तकर्ता व्यक्ति की इन पदों पर नियुक्ति नहीं होती है।
अध्यक्ष पर टिकी हैं निगाहें आयोग में 2 दिसंबर 2021 से स्थाई अध्यक्ष नहीं है। फिलहाल वरिष्ठतम सदस्य डॉ. राठौड़ के पास कार्यभार है। अध्यक्ष की नियुक्ति सीएम अशोक गहलोत की सिफारिश पर राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे। इसको लेकर सबको इंतजार है। आयोग को आरएएस मुख्य परीक्षा-2021 सहित अन्य 75 अन्य भर्ती परीक्षाएं-साक्षात्कार कराने हैं। सरकार से मिलने वाली नई अभ्यर्थनाएं-भर्ती परीक्षाएं, विभागों की डीपीसी भी करानी हैं।