सचिव एचएल अटल ने बताया कि सहायक आचार्य (ब्राॅड एवं सुपर स्पेशलिटी) भर्ती -2021 के तहत 14 विषयों की संवीक्षा परीक्षा का आयोजन 5 व 6 मई को किया जाएगा। आयोग ने परीक्षा आवेदन में अभ्यर्थियों को शुक्रवार से ऑनलाइन संशोधन का अवसर दिया है। अभ्यर्थी 17 अप्रेल तक नाम, फोटो, विषय एवं पद प्राथमिकता के अतिरिक्त सभी प्रकार के संशोधन ऑनलाइन कर सकेंगे।
इसके लिए अभ्यर्थी को ई-मित्र/ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से 500 रुपए शुल्क जमा कराना होगा।ऑफलाइन संशोधन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। यह असर अभ्यर्थियों के लिए केवल सुविधा है। परीक्षा के लिए जारी विज्ञापन में उल्लेखित पात्रता की शर्तों के अनुरूप ही संशोधन मान्य होंगे। तकनीकी परेशानी होने पर आयोग की हेल्प डेस्क अथवा फोन नंबर पर सम्पर्क किया जा सकता है।
Read More: प्रदेश के युवाओं में भरपूर टेलेंट, केवल तराशने की जरूरत- पूनिया
अजमेर. राजस्थान के युवाओं में टेलेंट की कोई कमी नहीं है। गांव-ढाणी और शहरों तक छात्र-छात्राएं खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे टेलेंट को तलाश कर उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करें। यह बात राजस्थान क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि कभी संसाधनों कमी के चलते राजस्थान के होनहार खिलाड़ी हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों से खेलते थे। लेकिन अब सरकार ने खिलाडि़यों की कोचिंग और संसाधनों पर जोर दिया है। प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर आधुनिक जिम बनाए जा रहे हैं। ताकि खिलाडि़यों की फिटनेस ठीक रहे। खिलाडि़यों के खातों में सीधी राशि ट्रांसफर करने और खेल कोटे से सरकारी नौकरियां मिल रही हैं। यह राज्य को खेलकूद का सिरमौर बनाने की शुरुआत है।
अजमेर. राजस्थान के युवाओं में टेलेंट की कोई कमी नहीं है। गांव-ढाणी और शहरों तक छात्र-छात्राएं खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे टेलेंट को तलाश कर उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करें। यह बात राजस्थान क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि कभी संसाधनों कमी के चलते राजस्थान के होनहार खिलाड़ी हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों से खेलते थे। लेकिन अब सरकार ने खिलाडि़यों की कोचिंग और संसाधनों पर जोर दिया है। प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर आधुनिक जिम बनाए जा रहे हैं। ताकि खिलाडि़यों की फिटनेस ठीक रहे। खिलाडि़यों के खातों में सीधी राशि ट्रांसफर करने और खेल कोटे से सरकारी नौकरियां मिल रही हैं। यह राज्य को खेलकूद का सिरमौर बनाने की शुरुआत है।
सवाल- चंदवरदाई स्टेडियम जैसे प्रशिक्षण सेंटर बन जाते हैं, लेकिन उनका उचित रखरखाव नहीं होने से हालत खराब हो रही है। पूनिया-यह सही है कि रखरखाव नहीं होने से खेलकूद स्थल खराब होते हैं। लेकिन यह जनहित से जुड़ी सुविधाएं हैं। जिनके लिए कोई टैक्स या आय अर्जित नहीं कर सकते। भामाशाहों को आगे आकर इनके लिए सहयोग देना चाहिए।
सवाल-अजमेर में पटेल स्टेडियम और चंद्रवरदायी नगर स्टेडियम का निरीक्षण किया। एक खिलाड़ी की नजर से इन्हें कैसे देखती हैं। पूनिया-एक स्टेडियम एडीए और दूसरा नगर निगम की देखरेख में बन रहा है। सरकार ने जितना बजट दिया है, उसकी क्रीड़ा परिषद समीक्षा कर रही है। स्टेडियम में युवाओं को आधुनिक संसाधन मिलें इसका मैं खिलाड़ी की तरह ही अवलोकन करने आई हूं।