अजमेर

RPSC: एसओपी करेगी आरपीएससी की मदद, यूं कामकाज होगा ट्रेक पर

इसमें भर्तियों-परीक्षाओं का तय नियम-कायदों से आयोजन, आंतरिक पत्रावलियों के निस्तारण, कोर्ट केस के जवाब लेखन और अन्य प्रावधान शामिल होंगे।

अजमेरFeb 28, 2021 / 08:40 am

raktim tiwari

rpsc SOP

रक्तिम तिवारी/अजमेर. आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा से लेकर, सब इंस्पेक्टर, स्कूल व्याख्याता सहित कई भर्ती परीक्षाएं राजस्थान लोक सेवा आयोग के लिए सिरदर्द साबित हुई हैं। कभी उत्तर कुंजी तो कभी वर्गीकरण सहित अन्य तकनीकी बिंदू आयोग की परेशानियां बढ़ा रहे हैं। इसको देखते हुए आयोग अपने अनुभागों की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगा। इसमें भर्तियों-परीक्षाओं का तय नियम-कायदों से आयोजन, आंतरिक पत्रावलियों के निस्तारण, कोर्ट केस के जवाब लेखन और अन्य प्रावधान शामिल होंगे।
आयोग आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा सहित कॉलेज लेक्चरर, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा, कृषि, कारागार, कनिष्ठ लेखाकार और अन्य भर्ती परीक्षाएं कराता रहा है। कार्मिक विभाग, संबंधित विभाग और सरकार से अभ्यर्थना, पदों का वर्गीकरण मिलने के बाद आयोग भर्ती परीक्षाओं का आयोजन करता है। गुजरे दस वर्षों में आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती, सब इंस्पेक्टर, व्याख्याता, कनिष्ठ लिपिक सहित कई परीक्षाएं आयोग के लिए सिरदर्द साबित हुई।
तैयार होगी अनुभागों की एसओपी
कभी उत्तर कुंजी तो कभी मेरिट को लेकर अभ्यर्थियों ने कई बार आयोग के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं लगाई। इससे आयोग की परेशानियां बढ़ रही हैं। आयोग अध्यक्ष डॉ. भूपेंद्र यादव कार्यप्रणाली को चुस्त-दुरुस्त बनाने और भर्तियों-कामकाज को पारदर्शी बनाने के पक्षधर हैं। उन्होंने आयोग के अनुभागों की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने को कहा है। इसमें आवेदन प्रक्रिया, वर्गीकरण, कार्मिक विभाग और सरकार से समन्वयन, परीक्षाओं के आयोजन, परिणाम, साक्षात्कार तक के नियम-कायदे, पत्रावलियों के निष्पादन जैसे प्रावधान शामिल होंगे।
यूपीएससी मॉडल को करेंगे फॉलो
संघ लोक सेवा आयोग प्रतिवर्ष आईएएस एवं अन्य भर्ती परीक्षाएं कराता है। इसके पेपर और उत्तर कुंजी के खिलाफ याचिकाएं कम लगती हैं। इसमें चार-पांच स्तर पर विशेषज्ञ पेपर, उत्तर कुंजी, मेरिट, अभ्यर्थियों के अंक और परिणाम को जांचते हैं। देश में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रणाली मॉडल मानी जाती है। राजस्थान लोक सेवा आयोग भी इसी पैटर्न को अपनाने का पक्षधर है।
आयोग में प्रक्रियाधीन भर्तियां
कॉलेज शिक्षा-सहायक आचार्य (असिसटेंट प्रोफेसर ) भर्ती -918 पद,तकनीकी शिक्षा विभाग-39 प्रवक्ता, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी भर्ती (आयुर्वेद विभाग )-33 पद,सहायक सांख्यिकी अधिकारी (कृषि विभाग)-11 पद,प्राध्यापक (विद्यालय) संस्कृत शिक्षा विभाग-22 पद,निरीक्षक कारखाना और बॉयलर्स (कारखाना एवं बॉयलर्स विभाग)-3 पद,मूल्यांक अधिकारी (आयोजना विभाग)-6 पद,डिप्टी कमांडेंट (गृह रक्षा विभाग)-13 पद,सहायक आचार्य (चिकित्सा शिक्षा विभाग)-176 पद,वरिष्ठ प्रदर्शक (चिकित्सा शिक्षा विभाग)-93 पद,कृषि अधिकारी (कृषि विभाग)-63 पद,कृषि अनुसंधान अधिकारी (कृषि रसायन)-24 पद, आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा-2018: 1051 पद

अनुभागों में आंतरिक कामकाज को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए स्टैंड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किया जाएगा। कार्यप्रणाली तयशुदा मानकों पर चलेगी तो भर्ती परीक्षाएं, परिणाम पुख्ता और बगैर परेशानियों के जारी होंगे।
डॉ. भूपेंद्र यादव, अध्यक्ष राजस्थान लोक सेवा आयोग

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