scriptनहीं बनना चाहते टीचर…7 हजार से ज्यादा रजिस्टर्ड थे वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में, बैठे सिर्फ गिनती के लायक | RPSC-few candidates appear in special teacher online test | Patrika News

नहीं बनना चाहते टीचर…7 हजार से ज्यादा रजिस्टर्ड थे वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में, बैठे सिर्फ गिनती के लायक

locationअजमेरPublished: Feb 08, 2018 07:42:32 am

Submitted by:

raktim tiwari

अभ्यर्थियों ने विभिन्न केंद्रों पर ऑनलाइन परीक्षा दी।इस परीक्षा के फार्म आयोग ने करीब एक साल पहले भरवाए थे।

aspirants reduce in online test

aspirants reduce in online test

रक्तिम तिवारी/अजमेर।

राजस्थान लोक सेवा आयोग ने वरिष्ठ अध्यापक (विशेष शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2015 के ऑनलाइन कम्प्यूटर बेस्ड रिक्रूटमेंट टेस्ट बुधवार से शुरू हो गए। परीक्षा में महज 25.06 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित हुए। ऑनलाइन टेस्ट 10 फरवरी तक जयपुर जिला मुख्यालय पर होंगे।
ऑनलाइन कम्प्यूटर बेस्ट रिक्रूमेंट टेस्ट के तहत सुबह 10 से 12 बजे तक सामान्य ज्ञान और शैक्षिक मनोविज्ञान का पेपर हुआ। इसमें कुल 7 हजार 544 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 1891 अभ्यर्थी उपस्थित और 5 हजार 653 अनुपस्थित रहे। अभ्यर्थियों ने विभिन्न केंद्रों पर ऑनलाइन परीक्षा दी।
8 फरवरी को सामाजिक विज्ञान और हिंदी का पेपर प्रथम और द्वितीय पारी में होंगे। इसी तरह 9 फरवरी को प्रथम पारी में संस्कृत और द्वितीय पारी में अंग्रेजी का पेपर होगा। 10 फरवरी को तीन पेपर होंगे। प्रथम पारी में विज्ञान और उर्दू, द्वितीय में गणित विषय का पेपर लिया जाएगा। मालूम हो कि इस परीक्षा के फार्म आयोग ने करीब एक साल पहले भरवाए थे।
टीचर नहीं बनना चाहते अभ्यर्थी…
जिस तरह ऑनलाइन टेस्ट के पहले दिन ही कम अभ्यर्थी बैठे हैं, उसको देखते हुए एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। राजस्थान लोक सेवा आयोग और सरकार के लिए भी यह बड़ा संकेत हो सकता है। परीक्षाओं में विलम्ब, कानूनी पेंच और आरक्षण संबंधित प्रावधान में फेरबदल के चलते अभ्यर्थियों का टीचर बनने से मोहभंग हो रहा है। अगर ऐसा है, तो भविष्य में प्रदेश को टीचर्स मिलने मुश्किल होंगे।
हजारों कर रहे बी.एड-बीएसटीसी
प्रतिवर्ष हजारों अभ्यर्थी बीएड और बीएसटीसी कोर्स कर रहे हैं। प्री. बीएड और प्री. बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा में प्रतिवर्ष करीब 4 से 5 लाख अभ्यर्थी शामिल होते हैं। इनमें से करीब डेढ़ लाख के बीएड और बीएसटीसी सीट पर दाखिले होते हैं। यह परीक्षार्थी रीट और राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में बैठते हैं। लेकिन परीक्षाएं समय पर नहीं होन और समस्याओं के चलते उनका मोहभंग हो रहा है।
दूसरी नौकरियों में रुझान
टीचर या प्री.बीएड, बीएसटीसी करने वाले अभ्यर्थियों का दूसरी नौकरियों में रुझान भी बढऩे लगा है। वे कॉलेज लेक्चरर, संघ लोक सेवा आयोग की विभिन्न सेवाओं में आवेदन करने लगे हैं। इनमें त्वरित चयन प्रक्रिया और अच्छे वेतनमान होना भी बड़ी वजह है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो