सचिव शुभम चौधरी ने बताया कि मुख्य परीक्षा का परिणाम 4 मार्च 2021 को जारी हुआ था। इसके प्राप्तांकों की असफल अभ्यर्थियों को पुन: गणना का अवसर 7 से 27 अप्रेल तक दिया गया था। लेकिन राज्य में कोरोना संक्रमण के कारण 1 जून तक लॉकडाउन के चलते प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। लिहाजा आयोग ने अभ्यर्थियों को पुन: गणना का अवसर दिया है।
अभ्यर्थियों को उत्तर पुस्तिकाओं में प्राप्तांकों की पुन:गणना के लिए वेबसाइट से प्राप्तांकों की प्रिंट कॉपी के साथ सादा कागज पर प्रार्थना पत्र पेश करना होगा। साथ ही सचिव के नाम प्रति प्रश्न 25 रुपए फीस भारतीय पोस्टल ऑर्डर संलग्न करना होगा। पुन: गणना की सुविधा 24 जून तक मिलेगी। प्रार्थना पत्र में पुन:गणना के विषयों का उल्लेख और प्रश्नों के अनुसार शुल्क प्रस्तुत करना होगा। उत्तर पुस्तिकाओं के पुन: परीक्षण की सुविधा देय नहीं होगी।