अंतिम रूप से सफल अभ्यर्थियों की सूची काउंसलिंग में दस्तावेज सत्यापन के पश्चात जारी की जगी। पात्र पाए गए। अभ्यर्थियों में से ही नियमानुसार मुख्य चयन सूची एवं आरक्षित सूची जारी जाएगी।
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परीक्षाएं होंगी या नहीं, लाखों स्टूडेंट्स को इंतजार अजमेर. बारहवीं और दिल्ली रीजन के दसवीं की बकाया परीक्षाएं कराने के मामले में सीबीएसई गुरुवार को फैसला लेगा। परीक्षाएं होंगी या नहीं इसका लाखों स्टूेंट्स का इंतजार है। बोर्ड के जवाब के आधार पर सुप्रीम कोर्ट आदेश जारी करेगा।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते 19 मार्च को सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं स्थगित की थीं। यह बकाया परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई तक कराई जानी हैं। बोर्ड के फैसले के खिलाफ अभिभावकों ने पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई। शीर्ष अदालत ने आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देने पर विचार करने और गुरुवार तक जवाब पेश करने को कहा था।
बारहवीं में आंतरिकमूल्यांकन नहीं आसान बोर्ड सूत्रों की मानें तो दसवीं में आंतरिक मूल्यांकन किया जा सकता है। बारहवीं में यह संभव नहीं है। विद्यार्थी आईआईटी, एनआईटी, एनएलयू, मेडिकल, इंजीनियरिंग और केंद्रीय/राज्य स्तरीय संस्थानों में दाखिलों के लिए परीक्षा देते हैं। आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देने से उन्हें नुकसान होता है। बोर्ड परीक्षाओं में वे बेहतर प्रदर्शन कर अंक प्राप्त करते रहे हैं।