प्रदेश आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाओं की भर्ती के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग भर्ती परीक्षा कराता है। साल 2018 की आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती-2018 के तहत प्रारंभिक परीक्षा हो चुकी है। इसका परिणाम भी जारी हो चुका है। मुख्य परीक्षा दिसम्बर में होगी। अब आयोग की निगाहें आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती-2019 पर टिकी हैं। कार्मिक विभाग के अभ्यर्थना भेजने के बाद आयोग इसकी तैयारियों में जुटेगा।
सिरदर्द रही है विभिन्न परीक्षाएं साल 2012 के बाद हुई आएरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षाएं आयोग सहित अभ्यर्थियों के लिए सिरदर्द साबित हुई हैं। इनमें 2013 की परीक्षा ने सरकार, आयोग और अभ्यर्थियों को सर्वाधिक परेशान किया। इसके बाद हुई परीक्षाओं में कभी पेपर लीक तो कभी उत्तर कुंजी को लेकर आयोग को राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचना पड़ा।
साल 2016 की परीक्षा में एसबीएसी और जाट आरक्षण मामले को लेकर आयोग काफी परेशान रहा। बीते साल अगस्त और सितम्बर में अभ्यर्थियों के साक्षात्कार हुए। स्थाई अध्यक्ष नहीं होने के बावजूद आयोग ने फुल कमीशन की मंजूरी से 1731 अभ्यर्थियों की मेरिट सूची जारी की। लेकिन कार्मिक विभाग को सूची भेजने में काफी विलम्ब हुआ।
नहीं हो सकी थी 2017 की परीक्षा कार्मिक विभाग ने आयोग को आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा-2017 की अभ्यर्थना भेजी थी। इसमें करीब 750 पदों पर भर्ती होनी थी। लेकिन एमबीसी और जाट आरक्षण मामले में सरकार बैकफुट पर थी। इसके चलते आयोग को भर्तियों को ठंडे बस्ते में डालने को कहा गया था। हालांकि बाद में 2018 की भर्ती में ही इसे शामिल कर लिया गया था।