रावत ने बताया कि एडीजी संजय अग्रवाल व कमांडेंट हिम्मत अभिलाश टांक के निर्देश पर समय-समय पर अभ्यास किया जाता है। प्री-मासूम की बारिश होते ही मुख्यालय ने एसडीआरएफ की एक टीम टोंक और दूसरी टीम अजमेर मुख्यालय पर तैनात रहेगी। प्रत्येक टीम में बीस जवान रहेंगे। जो चौबीस घंटे लाइव जैकेट, बोट समेत अन्य उपकरणों के साथ मुस्तैद रहेंगे।
रावत ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम को पहली मर्तबा डिप डाइविंग सेट के साथ कम्प्युनिकेशन सेट दिया गया है जो डिप डाइविंग में डाइवर से कम्प्युनिकेशन में सहायक है। इसका इस्तेमाल गहरे पानी में उतरने वाले डाइवर से ऊपर मौजूद कमांड ऑफिसर से लगातार बात हो सकती है।