हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश करने के दौरान पुलिस ने उसे कड़े सुरक्षा घेरे में रखा। प्रकरण से जुड़े अन्य पहलुओं पर जांच के लिए दो दिन का रिमांड लिया। पुलिस को आरोपी से वीडियो बनाने और उसको वायरल करने में इस्तेमाल मोबाइल फोन की बरामदगी करना शेष है। मोबाइल फोन की बरामदगी के बाद ही सलमान चिश्ती के अन्य राज खुल सकेंगे। हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती के खिलाफ दरगाह थाने में नला बाजार चून पचान गली निवासी भीमदत्त शुक्ला ने भाजपा से निलम्बित नूपुर शर्मा की हत्या के लिए उकसाने, दो समुदाय के सम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने व धमकाने का मामला दर्ज कराया था।
उद्देश्य डर पैदा करना पुलिस उप अधीक्षक (दरगाह) संदीप सारस्वत ने बताया कि रिमांड अवधि में हिस्ट्रीशीटर सलमान से उसके मोबाइल फोन की बरामदगी की जानी है। प्रारंभिक पड़ताल में सोशल मीडिया पर वीडियो को वायरल करने का उद्देश्य डर पैदा करना था। प्रकरण से संबंधित अन्य वीडियो व जानकारी का खुलासा सलमान से मोबाइल बरामदगी के बाद ही हो सकेगा।
एटीएस ने भी की पूछताछबुधवार शाम को दरगाह थाने में एटीएस अजमेर चौकी के निरीक्षक रोडमल व उनकी टीम ने हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती से पूछताछ की। गौरतलब है कि एटीएस ने तीन दिन पहले दरगाह इलाके से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद उसे बुधवार को छोड़ दिया।
गौहर चिश्ती की तलाश इधर, दरगाह थाना पुलिस ने समुदाय विशेष के मौन जुलूस से पहले दरगाह के निजाम गेट से तकरीर के बाद विवादित नारे लगाने वाले गौहर चिश्ती की तलाश तेज कर दी है। पुलिस आरोपी की ग्यारह दिन से तलाश में है जबकि प्रकरण में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है।
अदालत में दिनभर गहमा-गहमी आरोपी सलमान चिश्ती को अदालत में पेशी करने को लेकर बुधवार को पूरे दिन अदालत परिसर में गहमागहमी रही। पहले दोपहर में पेश करने की चर्चा रही। शाम चार बजे बाद से ही कोर्ट के बाहर कई वकील जमा होने लगे। शाम 5 बजे तक आरोपी को दरगाह थाना पुलिस सेशन कोर्ट परिसर में नहीं लाई। इस बीच कोर्ट परिसर में वकीलों व कुछ हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने नारे लगाए।