इन जिलों में रिकॉर्ड बढोतरीअजमेर जिला सर्किल में बिजली की मांग में रिकॉर्ड बढोतरी दर्ज हुई है। यहां बिजली की मांग में 630.51 लाख यूनिट की बढ़ोतरी हुई है। यह बढोतरी 75.15 प्रतिशत है। चित्तौड में 1079.35 लाख यूनिट बढोतरी हुई है। यह पिछले साल की तुलना में 69.10 प्रतिशत अधिक है। भीलवाड़ा में 1158.90 लाख यूनिट बढोतरी हुई है। यहां बिजली खपत 49 .06 प्रतिशत बढ़ी है। उदयपुर में 788.25 लाख यूनिट की बढोतरी के साथ ही यहां बिजली की मांग 43.06 प्रतिशत बढ़ी है।
किस जिले में कितनी बढ़ोतरीअजमेर सिटी सर्किल में बिजली की मांग में 34.76 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह नागौर में 35.75 प्रतिशत, झुंझुनू में 27.83 प्रतिशत तथा सीकर में 31.46 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। बांसवाड़ा में 20.29 प्रतिशत, डूंगरपुर में 24.36 प्रतिशत बढोतरी हुई है। अजमेर सिटी में बिजली की मांग मई 2021 में 74.75 मेगावाट थी जबकि इस वष मई में यह 94.47 मेगावाट पहुंच गई।
काेरोना काल में कम थी मांगएक तरफ जहां कोयले की कमी है तो वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन खुलने और उद्योग धंधे चालू होने से बिजली की खपत में पिछले वर्ष से लगभग डेढ़ गुना वृद्धि हो गई है। जिसके कारण अजमेर डिस्कॉम में बिजली की मांग पिछले साल की तुलना में बढ़कर 242.1 करोड़ यूनिट हो गई है जो कि गत वर्ष कोरोना काल में 167 करोड़ यूनिट थी। यानी इस वर्ष अब तक वित्तीय वर्ष में मांग में 74 करोड़ यूनिट की वृद्धि हो गई है।
अजमेर जोन में हाल खराबबिजली की सर्वाधिक बढोतरी अजमेर जोन के भीलवाड़ा में 11.59 करोड़ यूनिट की हुई है। नागौर में पिछले वर्ष की तुलना में 10 करोड यूनिट की बढोतरी हुई है यह डिस्कॉम के लिए चिंता का विषय है क्योंकि नागौर सर्वाधिक बिजली चोरी वाले 3 जिलों में से एक है। यहां बिजली चोरी का सर्वाधिक आंकड़ा पाया गया है। अजमेर संभाग में पिछले वर्ष की तुलना में 32 करोड़ यूनिट की अधिक मांग है जो कि अजमेर डिस्कॉम में सर्वाधिक है। भीलवाड़ा, राजसमन्द, अजमेर, उदयपुर तथा चित्तौड़ में बिजली की मांग उद्योगों के कारण बढ़ी है। यहां से राजस्व भी मिलेगा। जबकि सीकर, झुंझुनू व नागौर में बिजली की मांग बढ़ने से यहां छीजत बढेगी और निगम को नुकसान उठाना पड़ेगा।