कहां जाएगा गंदा पानी तय नहीं हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के अभिंयताओं ने टूटी फूटी सीवर लाइन तो डाल दी लेकिन सेफ्टिक टैंक के बाद ओवरफ्लो सीवरेज कहां जाएगा, इसके लिए दिमाग नहीं लगाया। जबकि सीवरेज को खानपुरा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट अथवा किसी नाले से जोडऩा चाहिए था।
सुप्रीम कोर्ट (supreem court) तक पहुंचा मामला कॉलोनी निवासी तुलसीराम ने सीवरेज लाइन को खानपुरा ट्रीटमेंट प्लांट से जोडऩे के लिए वर्ष 2018 में जनहित याचिका दायर की लेकिन यह खारिज हो गई। इसके बाद इसकी अपील सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई लेकिन वहां भी यह याचिका खारिज हो गई।
आसपास के लोगों का विरोध हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के सीवरेज का गंदा पानी कॉलोनी के बाहर फैलने से हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास रह रहे अन्य मकान में रह रहे लोग विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे प्लाट व घरों के सामने सीवरेज का गंदा पानी एकत्रित हो रहा है। हाउसिंग बोर्ड इसकी खुद के स्तर पर व्यवस्था करे अन्यथा सीवरेज को सेफ्टिक टैंक को बंद कर दिया जाएगा।
चलना हुआ मुश्किल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मकान बनाने के बाद हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के अभियंताओं ने सुध नहीं ली। सड़ेंके क्षतिग्रस्त है। चलना मुश्किल है। कॉलोनी के गौरी शंकर ने बताया कि 30 साल में हाउसिंग बोर्ड ने सिर्फ एक बार ही सडक़ बनाई दुबारा यहां कोई सुध लेने ही नहीं आया।
जमीन को छू रहे हाइटेंशन वायर
हाउसिंग कोलोनी के पास ही बिजली की हाइटेंशन लाइन के तार जमान को छू रहे हैं। इसकी चपेटी में किसी वाहन के आने से गंभीर दुर्घटना हो सकती है। शरारती तत्वों नें इस लाइन में ईंट पत्थर बांध कर इसे और नीचे कर दिया है।
हाउसिंग कोलोनी के पास ही बिजली की हाइटेंशन लाइन के तार जमान को छू रहे हैं। इसकी चपेटी में किसी वाहन के आने से गंभीर दुर्घटना हो सकती है। शरारती तत्वों नें इस लाइन में ईंट पत्थर बांध कर इसे और नीचे कर दिया है।
इनका कहना है सीवरेज के निस्तारण के लिए सेफ्टी टैंक बनाया गया है। पानी तो जहां नेचुरल सोर्स है वहीं जाएगा। -कालूराम मंडरावलिया, कार्यवाहक एक्सईएन, हाउसिंग बोर्ड अजमेर read more :मेडिकल कॉलेज ने मांगी मेडिसिटी के लिए जमीन