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shamefull: आखिर कैसे करें बेटियां ये काम, सरकार तो करती है ये दावे

locationअजमेरPublished: Nov 29, 2018 04:41:09 pm

Submitted by:

raktim tiwari

www.patrika.com/rajasthan-news

computer lab in schools

computer lab in schools

अजमेर/ब्यावर/मदनगंज-किशनगढ़.

जिले में स्कूल के हालात खराब हैं। खासतौर पर बेटियों को कंप्यूटर शिक्षा की पूरी सुविधाएं नहीं मिल रही। चाहे किशनगढ़ का राजकीय शार्दूल बालिका माध्यमिक विद्यालय हो या अन्य कोई स्कूल यहां छात्राएं कम्प्यूटर शिक्षा से वंचित हैं। कई विद्यालयों में कक्षा कक्षों की कमी के चलते ऐसे हालात हैं। इस कारण छात्राओं की कंप्यूटर शिक्षा का इंतजाम नहीं हो रहा है।
कंप्यूटर शिक्षा का इंतजाम नहीं

किशनगढ़ के राजकीय शार्दूल बालिका माध्यमिक विद्यालय कृष्णापुरी में छात्राएं अभी तक कम्प्यूटर शिक्षा नहीं ले पा रही हैं। विद्यालय को इस भवन में अजमेर रोड से स्थानांतरित हुए दो वर्ष हो चुके हैं। इसके बावजूद यहां अभी तक कंप्यूटर लैब नहीं बनी है। इसका कारण कक्षा कक्षों की कमी है। एक पारी में चलने वाले इस विद्यालय में पहले छह कक्षा कक्ष थे। इसके बाद दो कक्ष और बनाए गए हैं। विधायक कोष और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सहयोग से यह कक्ष बनाए गए हैं। कंप्यूटर लैब नहीं होने के कारण छात्राएं दो वर्ष से कंप्यूटर शिक्षा से वंचित हैं।
एक कक्ष में पांच कक्षाएं

जिले के कई विद्यालयों में जगह की कमी के कारण एक ही कक्षा कक्ष में प्राथमिक कक्षाओं की एक से पांच तक कक्षाएं चलती हैं। इस एक कक्ष में बालक-बालिकाओं को एक साथ पढ़ाया जाता है। यहीं विद्यालय का पोषाहार भी रखा रहता है। इसके साथ ही विद्यालय के प्रधानाचार्य कक्ष में कार्यालय भी संचालित हो रहा है। छात्राओं की संख्या अधिक होने के कारण कक्षा दस के दो सेक्शन हैं और कक्षा नौ के भी दो सेक्शन बने हुए हैं।
विद्यालय में छात्राओं की संख्या बढकऱ 480 हो गई है। इसकी तुलना में कक्षा कक्षों की कमी है। विद्यालय में कम से कम चार कक्षा कक्षों की और आवश्यकता है।
ओमप्रकाश शर्मा, प्रधानाचार्य, राजकीय शार्दूल बालिका माध्यमिक विद्यालय।
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