राजस्व का भी नुकसान नगर में लगी रोड लाईटों का संचालन नगर परिषद की ओर से किया जाता है। बिल का भुगतान भी नगर परिषद ही करता है। इसके बावजूद कई क्षेत्रों में दिन में भी रोड लाईटें जलती रहती है। नगर के जयपुर रोड पर लगी रोड लाईटें दिनभर यूं ही जलती दिखती है।जबकि उसका कोई रख-रखाव आदि का कार्य भी नहीं चलता है। वहीं कई क्षेत्रों में रात्रि के समय रोड लाईटें बंद होने के कारण अंधेरा पसरा रहता है। इसके बावजूद इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे बिजली का अपव्यय के साथ राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।
टाइमर स्वीच खराब तो कहीं पर नहीं रोड लाईटों के स्वत: ही बंद और शुरू होने के लिए टाइमर स्वीच लगाए जाते हैं।इससे रोड लाईटें स्वत: ही बंद और चालू हो जाती है, लेकिन कई जगह पर टाइमर स्वीच खराब है तो कहीं पर लगे नहीं है। इसके कारण कर्मचारियों को इसकी जिम्मेदारी दी जाती है। इसमें कर्मचारियों की लापरवाही के कारण भी कई स्थानों पर लाईटें जली रहती है।
हाफ वायर नहीं, रात-दिन जलती लाईटें नगर की कई कॉलोनियों में हाफ वायर नहीं होने के कारण रोड लाईटें रात-दिन जलती रहती है। इसमें सुखसागर रोड, दीवानजी का मोहल्ला, जामड़ों का मोहल्ला, चमड़ा घर, लटूर बाबा की बगीची के पास सहित कई स्थानों पर रात-दिन रोड लाईटें जलती रहती है।