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# पत्रिका जागो जनमत: बोली छात्राएं…महिलाओं को रहना पड़ेगा सतर्क, सीखने चाहिए आत्मरक्षा के गुर

locationअजमेरPublished: Nov 16, 2018 02:51:40 am

Submitted by:

raktim tiwari

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shudh ka yudh campaign

shudh ka yudh campaign

अजमेर.

महिलाओं की बात तो बहुत होती है, वादे भी बहुत होते है, लेकिन गंभीर विषयों पर चर्चा नहीं होती है। जैसे साइबर सुरक्षा, शोषण, घरेलू हिंसा, समानता, शिक्षा, आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता के मुद्दे सुनाई ही नहीं देते है। अपनी भलाई के लिए महिलाओं को खुद ही सजग रहना होगा।
यह विचार गुरुवार को महिला इंजीनियरिंग महाविद्यालय में दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में जनएजेंडा बैठक में छात्राओं ने व्यक्त किए। इस अवसर पर मेरा वोट मेरा चैलेंज के तहत मतदान करने और दूसरों को मतदान के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया।
शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई

पारूल ने कहा कि आज के दौर में लड़कियां व महिलाएं साइबर क्राइम की सबसे ज्यादा शिकार हो रही है। उनकी फोटो से छेड़छाड़ करके अपलोड कर दिए जाते है। उन्हें डराया जाता है और वे शिकायत भी दर्ज नहीं कराती हैं। यह माहौल बदलना चाहिए। सबसे पहले तो उनकी यह झिझक दूर होनी चाहिए। ऐसी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
ताकि ठोस कार्रवाई हो

ऐसी घटनाओं का शिकार होने वाली महिलाओं व लड़कियों को भी यदि कोई ऐसी घटनाओं की शिकार हो तो उन्हें सबसे पहले अपने माता-पिता व घरवालों से बात करनी चाहिए, ताकि ठोस कार्रवाई हो। मुस्कान ने कहा कि आज महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ गए है। लेकिन हमें कहीं यह चर्चा सुनाई ही नहीं देती है। ऐसे गंभीर मुद्दे क्यों गायब है? जबकि हमे आधी आबादी कहा जाता है।
भेदभाव लगभग हर जगह

नंदिनी जैन ने कहा कि हम देवियों की पूजा करते है। लेकिन कहीं ना कही समाज व घरों में आज भी वह उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। यह भेदभाव लगभग हर जगह दिखता है। लडक़ों को ज्यादा तवज्जो मिलती है। लड़कियों को कम ऐसा क्यों? हालांकि स्थिति पहले से बेहतर है। सामाजिक बदलाव की बातें सुनाई क्यों नहीं दे रही हैं? चुनाव है मुद्दे वहीं हंै बस चेहरे बदल जाएंगे।
वैकल्पिक साधनों का विकास

ऊनाली ने कहा कि बीसलपुर बांध बना अजमेर के लिए लेकिन राजनीतिक दबाव से नए-नए क्षेत्र जुड़ते गए। पानी कम होता गया।, क्योंकि जनप्रतिनिधियों ने जागरूकता नहीं दिखाई। न ही पेयजल बचाने जैसे वर्षा जल संग्रहण सहित अन्य क्षेत्रों में जागरूकता से काम किया। जबकि वैकल्पिक साधनों का विकास होना चाहिए।
फेक न्यूज के बारे विस्तार से जानकारी

सत्यता सारस्वत ने कहा कि महिलाओं को पहले खुद उठना चाहिए, आगे बढऩा चाहिए। खुद पढऩा चाहिए। साथ ही अपराधों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। सजग रहना चाहिए।ऑनलाइन गतिविधियों पर रखें नियंत्रण इस दौरान राजस्थान पत्रिका के शुद्ध का युद्ध अभियान के तहत छात्राओं को डिजिटल प्रस्तुति के माध्यम से फेक न्यूज के बारे विस्तार से जानकारी दी गई।
उन्हें सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की जानकारी भेजने से पहले जांचने सहित कई बातों के बारे में बताया गया। प्राचार्य प्रो. रंजन माहेश्वरी ने विद्यार्थियों सोचसमझ कर संदेश प्रसारित करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गतिविधियों पर नियंत्रण रखे और विवेकपूर्ण व्यवहार करें। इस अवसर पर रजिस्ट्रार पुष्पेन्द्र सिंह, डॉ. सीमा माहेश्वरी, श्वेता त्रिपाठी, मीता शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
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