लोकार्पण के 4 साल बाद भी लोगों को इस पार्क का लाभ नहीं मिल पा रहा है। शहर से दूरी अधिक होने और सीधा साधन मुहैया नहीं होने से एक तो लोग इस पार्क तक पहुंच नहीं पाते और अगर पहुंच जाएं तो वहां उन्हें यातायात के नियमों की जानकारी देने वाला कोई नहीं। पार्क में पीने के पानी, शौचालय सहित अन्य सुविधाओं का भी अभाव है। पार्क में शौचालय भवन जर्जर अवस्था में है तो बिजली के नंगे तार भी हादसों को न्योता दे रहे हैं।
READ MORE : Gram Panchayat : अजमेर जिले में अब 325 ग्राम पंचायत नहीं हुई मंशा पूरी सम्राट अशोक उद्यान का निर्माण तत्कालीन यूआईटी (अजमेर विकास प्राधिकरण) की ओर से कराया गया। दिसम्बर 2015 में यहां ट्रेफिक पार्क बनाया गया। इसके पीछे मंशा लोगों को यातायात के नियमों की जानकारी देकर जागरूक करने की थी, लेकिन आज तक यह मंशा पूरी नहीं हुई।
READ MORE : राजसमंद सांसद बोली : भीम विधायक की पदयात्रा सिर्फ ‘नौटंकी ’ नहीं मिले पुलिसकर्मी टे्रफिक पार्क में लोगों को यातायात के नियमों की जानकारी देने के लिए दो पुलिसकर्मी लगाए जाने को लेकर पूर्व में एडीए की ओर से पुलिस अधीक्षक को पत्र लिया गया था, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में पार्क में यातायात के नियम और उल्लंघन पर लगने वाले जुर्माने की जानकारी देने वाला यहां कोई नहीं।
पानी भी नसीब नहीं पार्क में एडीए की ओर से 3 पारियों में 3 चौकीदार लगाए गए हैं। इनके अनुसार आम दिनों में यहां कोई नहीं आता। साल में एक बार सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान परिवहन विभाग की ओर से यहां स्कूली विद्यार्थियों को ट्रेफिक के नियम बताने के लिए लाया जाता है।
पीने का पानी और शौचालयों की समुचित व्यवस्था नहीं होने से उन्हें भी परेशानी उठानी पड़ती है। यहां लगे पौधों को पिलाने के लिए भी पानी की व्यवस्था नहीं है। पार्क की घास जल चुकी है और पौधों पर भी इसका असर नजर आने लगा है।