500 करोड़ में से 100 करोड़ ही खर्चे
किसानों को दो ब्लॉक में दिन में सप्लाई देने के लिए सरकार ने तीनों डिस्कॉम कम्पनियों के लिए 500 करोड़ की घोषणा की थी लेकिन अब तक इसमें से केवल 100 करोड़ ही खर्च हुए हैं। दिसम्बर, 2021 तक जयपुर डिस्कॉम ने 47.79 करोड़, अजमेर ने 35.02 करोड़ एवं जोधपुर डिस्कॉम ने 20.07 करोड़ रुपए खर्च किए।
किसानों को दो ब्लॉक में दिन में सप्लाई देने के लिए सरकार ने तीनों डिस्कॉम कम्पनियों के लिए 500 करोड़ की घोषणा की थी लेकिन अब तक इसमें से केवल 100 करोड़ ही खर्च हुए हैं। दिसम्बर, 2021 तक जयपुर डिस्कॉम ने 47.79 करोड़, अजमेर ने 35.02 करोड़ एवं जोधपुर डिस्कॉम ने 20.07 करोड़ रुपए खर्च किए।
फीडर सेपरेशन के 5200 करोड़ में से 500 करोड़ ही खर्च किसानों को दिन में दो ब्लॉक में बिजली देने के लिए फीडर सेपरेशन के नाम पर 5200 करोड़ रुपए मंजूर किए थे इनमें से 500 करोड़ ही खर्च हुए। बजट की घोषणा किए हुए 2 साल बीत चुके हैं। डिस्कॉम की सुस्त रफ्तार को देखते हुए किसानों को इन घोषणाओं का आने वाले समय में लाभ मिलता दिखाई नहीं दे रहा है।
सीएम के गृह जिले में किसानों की अनदेखी
सीएम के गृह जिले जोधपुर में ही किसानों को दिन में सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा जयपुर ,भरतपुर,जोधपुर ,अलवर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर , करौली, बांरा, नागौर, बाड़मेर ,बीकानेर, श्रीगंगानगर ,हनुमानगढ़ और चूरू में भी किसानों को दो ब्लॉक में बिजली नहीं मिल रही है। अलावा जालौर के अधिकांश क्षेत्रों तथा जैसलमेर के कुछ क्षेत्रों में दिन के दो ब्लॉक में आंशिक विद्युत आपूर्ति की जा रही है।
सीएम के गृह जिले जोधपुर में ही किसानों को दिन में सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा जयपुर ,भरतपुर,जोधपुर ,अलवर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर , करौली, बांरा, नागौर, बाड़मेर ,बीकानेर, श्रीगंगानगर ,हनुमानगढ़ और चूरू में भी किसानों को दो ब्लॉक में बिजली नहीं मिल रही है। अलावा जालौर के अधिकांश क्षेत्रों तथा जैसलमेर के कुछ क्षेत्रों में दिन के दो ब्लॉक में आंशिक विद्युत आपूर्ति की जा रही है।
इन जिलों को दिन में बिजली कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर ,अजमेर, प्रतापगढ़, उदयपुर, भीलवाडा़, राजसमंद, बांसवाडा़, डूंगरपुर, चित्तौडगढ ,सीकर ,झुंझुनू पाली व सिरोही में दिन में किसानों बिजली मिल रही है। अजमेर ,प्रतापगढ़ ,भीलवाड़ा ,राजसमंद ,डूंगरपुर में पहले से ही दो ब्लॉक में सप्लाई मिल रही थी।
सिस्टम की मजबूती के लिए नहीं हो रहा काम
किसानों को दो ब्लॉक में सप्लाई देने के लिए सरकार को बड़ी संख्या में 220 केवी जीएसएस, 132 केवी केजीएसएस और 33 केवी जीएसएस बनाने होंग।े लेकिन इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ सरकार ने अलग कृषि विद्युत कंपनी बनाने की घोषणा कर दी है लेकिन यह धरातल पर नहीं आ पाई है।
किसानों को दो ब्लॉक में सप्लाई देने के लिए सरकार को बड़ी संख्या में 220 केवी जीएसएस, 132 केवी केजीएसएस और 33 केवी जीएसएस बनाने होंग।े लेकिन इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ सरकार ने अलग कृषि विद्युत कंपनी बनाने की घोषणा कर दी है लेकिन यह धरातल पर नहीं आ पाई है।
राज्य में 15.23 लाख किसान राज्य में 15 लाख 23 लाख किसान है। इनमें 14 लाख 64 हजार मीटर्ड और फ्लेट रेट के 59 हजार कृषि उपभोक्ता हैं। इनमें जयपुर डिस्कॉम में 5 लाख 51 हजार 300। अजमेर डिस्कॉम में 5 लाख 53 हजार 700 तथा जोधपुर डिस्कॉम में 4 लाख 18 हजार कृषि उपभोक्ता हैं।