मेयो कॉलेज चौराहे से मेयो लिंक रोड (Mayo link road) की सडक़ बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। मेयो कॉलेज के दीवारों से रिसकर पानी सडक़ पर जमा हो रहा है। मेयो कॉलेज सब स्टेशन (Mayo College Sub Station) के आस-पास के मकानों पर भी बारिश का पानी भरा हुआ है।
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पुष्कर रोड (Pushkar Road) पर पुरानी विश्रामस्थली पर एक बार फिर बड़ा गड्ढा होने से सडक़ धंस गई है। इस सडक़ (road) पर चलना खतरे से खाली नहीं हैं। इस सडक़ के एक तरफ आनासागर का पानी (Anasagar water) भरा हुआ है जबकि दूसरी तरफ सडक़ धंसी हुई है। ऐसे में लोग जोखिम के साथ सडक़ (road) पर आवाजाही कर रहे हैं। पीड्ल्यूडी (pwd) ने सडक़ के गड्ढे में गिट्टी व मिट्टी डालकर इसे बंद कर दिया है। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन चन्द्र प्रकाश का कहना है कि सडक़ के नीचे रेलवे की पुष्कर से अजमेर (pushaker to ajmer) आने वाली पुरानी पाइप लाइन (line pipe) है। यह लाइन बंद पड़ी है। इस लाइन के जरिए आनासागर का पानी (water) आ जाता है जिससे सडक़ धंस जाती है। बरसात रुकने व पानी कम होते ही खुदाई करवा कर इसका स्थायी समाधान किया जाएगा। यह सडक़ हर वर्ष बरसात में धंस जाती है। पूर्व में पीडल्यूडी व एडीए ने मिलकर सडक़ की मरम्मत की थी।
पुष्कर रोड (Pushkar Road) पर पुरानी विश्रामस्थली पर एक बार फिर बड़ा गड्ढा होने से सडक़ धंस गई है। इस सडक़ (road) पर चलना खतरे से खाली नहीं हैं। इस सडक़ के एक तरफ आनासागर का पानी (Anasagar water) भरा हुआ है जबकि दूसरी तरफ सडक़ धंसी हुई है। ऐसे में लोग जोखिम के साथ सडक़ (road) पर आवाजाही कर रहे हैं। पीड्ल्यूडी (pwd) ने सडक़ के गड्ढे में गिट्टी व मिट्टी डालकर इसे बंद कर दिया है। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन चन्द्र प्रकाश का कहना है कि सडक़ के नीचे रेलवे की पुष्कर से अजमेर (pushaker to ajmer) आने वाली पुरानी पाइप लाइन (line pipe) है। यह लाइन बंद पड़ी है। इस लाइन के जरिए आनासागर का पानी (water) आ जाता है जिससे सडक़ धंस जाती है। बरसात रुकने व पानी कम होते ही खुदाई करवा कर इसका स्थायी समाधान किया जाएगा। यह सडक़ हर वर्ष बरसात में धंस जाती है। पूर्व में पीडल्यूडी व एडीए ने मिलकर सडक़ की मरम्मत की थी।