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केरोसीन डालकर सामने खड़ी हो गई सैनिक की पत्नी, गुस्सा देखकर उड़े पुलिस के होश

locationअजमेरPublished: Apr 05, 2018 03:28:21 pm

Submitted by:

raktim tiwari

सैनिक की पत्नी कमरे में गई और डिब्बे में रखा केरोसिन खुद पर उंडेल लिया।

soldier wife protest

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खरवा।

पीपलाज ग्राम पंचायत के गांव रूपारेल में सैनिक परिवार का मकान तोडऩे पहुंचे प्रशासनिक दल को खासे विरोध का सामना करना पड़ा। जिला परिषद सदस्य की शिकायत पर मसूदा उपखंड अधिकारी सुरेश चावला, तहसीलदार हरिसिंह शेखावत, सदर थाना पुलिस के सहदेव सिंह जाप्ते के साथ रूपारेल में कथित रूप से सरकारी जमीन पर निर्मित सैनिक सज्जन काठात का मकान तोडऩे पहुंचे। प्रशासन ने इस संबंध में परिवार को पूर्व में ही सूचित किया हुआ था।
एसडीएम चावला ने मौका मुआयना कर सैनिक की पत्नी कमला से मकान खाली करने को कहा। उसने घर में बूढ़ी सास और छोटे बच्चे होने तथा पति के बाहर ड्यूटी पर तैनात होने का हवाले देते हुए मोहलत मांगी। दल ने जिला परिषद में प्रस्ताव पास होने और उन्हें उक्त मकान को ध्वस्त कर अतिक्रमण हटाने के आदेश मिलने की बात कही।
प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो सैनिक की पत्नी कमरे में गई और डिब्बे में रखा केरोसिन खुद पर उंडेल लिया। इस दौरान उसकी गोद में दो वर्ष की बच्ची भी थी। वह भी केरोसिन से भीग गई। कमला के हाथ माचिस लगने से पहले ही वहां मौजूद महिलाओं ने उसे पकड़ लिया। इस घटना से प्रशासनिक अमले के हाथ-पांव फूल गए। प्रशासन को मकान तोडऩे की कार्रवाई रोकनी पड़ी और दल बैरंग लौट गया।
मकान की मौका स्थिति
जिस गोचर जमीन पर सैनिक सज्जन काठात का मकान बना हुआ है। उस क्षेत्र में करीब 70 अन्य लोगों के मकान भी बने हुए हैं। जिला परिषद सदस्य की शिकायत पर जिला प्रशासन के आदेश से दल सैनिक का मकान ही तोडऩे पहुंचा था।
समर्थन में आए ग्रामीण

रूपारेल मेंप्रशासन का दल अतिक्रमण हटाने पहुंचा तो बड़ी संख्या में ग्रामीण सैनिक परिवार के समर्थन में आ गए। इसके बाद पीपलाज से भी बड़ी संख्या में ग्रामीण समर्थन में पहुंच गए। सभी ने प्रशासन से गुहार लगाई कि एक परिवार का ही मकान क्यों तोड़ा जा रहा है। कार्रवाई करनी ही थी तो निर्माण के समय रोकते, जिससे परिवार को आर्थिक नुकसान तो नहीं होता।
पापा से मदद मांगी

प्रशासन के जाने के बाद सैनिक की पत्नी कमला, 70 वर्षीय मां गुलाबी व छोटी बच्ची का रो-रोकर बुरा हाल रहा। इस दौरान सात वर्षीय पुत्र शाहिल ने पिता को फोन कर मामले की जानकारी दी। इस दौरान ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाया।
महीनों से परेशान किया जा रहा है। सभी लोग यहां रहे हैं। इसलिए हमने भी जिदंगी भर की कमाई को मकान में लगा दिया। पहले रोकते तो मकान नहीं बनाते। मकान बनने के बाद कई बार पैसे नहीं देने पर घर तोडऩे व पति को नौकरी से हटाने की धमकियां मिल रही हैं।
– कमला काठात, सैनिक की पत्नी, रूपारेल
पुलिस जाप्ता पर्याप्त नहीं था। मौके पर जन आक्रोश को देखते हुए कार्रवाई आगे के लिए छोड़ी गई है। अगली कार्रवाई की जाएगी।

– सुरेश चावला, एसडीएम, मसूदा
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