जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान रेस्टोरेंट,भोजनालय एवं मिठाई की दुकानों को केवल टेक अवे एवं होम डिलीवरी सुविधा के साथ ही खोलने की अनुमति दी गई है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों पर समस्त ढाबे भी खुल सकेंगे। हार्डवेयर की दुकानें,प्लम्बिंग, कारपेंटरिंग, पेंट आदि की दुकाने,निर्माण सामग्री, एसी, कूलर, टीवी, इलेक्ट्रोनिक्श, विद्युत संबंधि, इलेक्ट्रोनिक रिपेयरिंग दुकाने एवं सेवाएं भी खोलने की अनुमति दी गई है। अब वाहन विक्रय शोरूम भी खुल सकेंगे।
करनी होगी नियमों की पालना दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, बिना मास्क पहने ग्राहक को विक्रय नहीं करने निरंतर सेनेटाईजेशन करने सहित कोरोना महामारी के संबंध में जारी समस्त दिशा निर्देशों की पालना आदि नियमों का पालन अनिवार्य किया गया है।
शहरों एवं गांवों में पेयजल वितरण व्यवस्था करें सुदृढजिला कलक्टर ने दिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश अजमेर.जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में गर्मी के दौरान पेयजल प्रत्येक व्यक्ति को उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिए जल वितरण व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को कहा कि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के दौरान अतिरिक्त पानी की आवश्यकता होती है। प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यकता अनुसार पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल वितरण व्यवस्था सुदृढ करने की आवश्यकता है। अजमेर शहर के समस्त क्षेत्रों में 48 घंटे के अंतराल से पेयजल आपूर्ति होनी चाहिए। इससे अधिक अंतराल किसी भी परिस्थिति में नहीं हो। यह विभाग का उत्तरदायित्व है।५० लाख का बजट मिला उन्होंने कहा कि आकस्मिक स्वीकृति के अंतरगत 50 लाख का बजट प्राप्त हुआ है। इससे स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मंशा के अनुरूप 35 लाख की स्वीकृति जारी की गई थी। इनमें से 25 लाख की राशि के कार्य के कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं। शेष कार्यों के लिए प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शुक्रवार तक जिला स्तर पर भिजावए जाने आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आमजन को गर्मी के दौरान राहत प्रदान करने के लिए समस्त रूके हुए कार्यों को कोरोना महामारी की गाईडलाईन को ध्यान में रखते हुए शीघ्र किए जाए। इन कार्यों को तुरंत पूर्ण करने से आमजन को समय पर राहत प्राप्त हो सकेगी। वर्तमान में जवाजा फ ीडर का कार्य प्रगति पर है। इसके कार्य में तेजी लाई जाकर शीघ्र पूर्ण किए जाने से क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा।हैंडपंप व ट्यूबल खुदवाएं उन्होंने कहा कि पेयजल के लिए आवश्यकता होने पर ट्यूबल एवं हैंडपंप भी खुदवाए जा सकते है। मरम्मत योग्य हैंडपंपो को अभियान चलाकर ठीक किए जाए। विशेष आवश्यकता वाले क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से भी जल उपलब्ध करवाया जाए। टैंकर से जल आपूर्ति की पर्याप्त मॉनिटरिंग आवश्यक है।
शहरों एवं गांवों में पेयजल वितरण व्यवस्था करें सुदृढजिला कलक्टर ने दिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश अजमेर.जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में गर्मी के दौरान पेयजल प्रत्येक व्यक्ति को उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिए जल वितरण व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को कहा कि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के दौरान अतिरिक्त पानी की आवश्यकता होती है। प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यकता अनुसार पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल वितरण व्यवस्था सुदृढ करने की आवश्यकता है। अजमेर शहर के समस्त क्षेत्रों में 48 घंटे के अंतराल से पेयजल आपूर्ति होनी चाहिए। इससे अधिक अंतराल किसी भी परिस्थिति में नहीं हो। यह विभाग का उत्तरदायित्व है।५० लाख का बजट मिला उन्होंने कहा कि आकस्मिक स्वीकृति के अंतरगत 50 लाख का बजट प्राप्त हुआ है। इससे स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मंशा के अनुरूप 35 लाख की स्वीकृति जारी की गई थी। इनमें से 25 लाख की राशि के कार्य के कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं। शेष कार्यों के लिए प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शुक्रवार तक जिला स्तर पर भिजावए जाने आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आमजन को गर्मी के दौरान राहत प्रदान करने के लिए समस्त रूके हुए कार्यों को कोरोना महामारी की गाईडलाईन को ध्यान में रखते हुए शीघ्र किए जाए। इन कार्यों को तुरंत पूर्ण करने से आमजन को समय पर राहत प्राप्त हो सकेगी। वर्तमान में जवाजा फ ीडर का कार्य प्रगति पर है। इसके कार्य में तेजी लाई जाकर शीघ्र पूर्ण किए जाने से क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा।हैंडपंप व ट्यूबल खुदवाएं उन्होंने कहा कि पेयजल के लिए आवश्यकता होने पर ट्यूबल एवं हैंडपंप भी खुदवाए जा सकते है। मरम्मत योग्य हैंडपंपो को अभियान चलाकर ठीक किए जाए। विशेष आवश्यकता वाले क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से भी जल उपलब्ध करवाया जाए। टैंकर से जल आपूर्ति की पर्याप्त मॉनिटरिंग आवश्यक है।