सवाल-शादी-समारोह का सीजन है। टैंट, कपड़े, आभूषण, जूते की दुकानें बंद हैं। जिन घरों में विवाह हैं,उन्हें परेशानियां हो रही हैं।
जवाब-कोरोना महामारी में सबसे अहम आमजन की जान बचाना है। कुछ कठोर पाबंदियों से शादियों का आनंद फीका होता है, इससे सब वाकिफ हैं। लेकिन हम थोड़ा अनुशासन में रहेंगे तो हजारों लोगों की जान बच सकेगी।
सवाल-कई स्वर्णकारों और व्यापारियों ने शादियों के ऑर्डर लिए हैं, उन्हें डिलीवरी नहीं दे रहे। इनके श्रमिकों को सरकार-प्रशासन को रियायत देनी चाहिए।
जवाब-पूरे राज्य में समान गाइडलाइंस जारी हुई हैं। कलक्टर भी शादियों से जुड़ी व्यापारियों की समस्याओं से वाकिफ हैं। कुछ शर्तों-पाबंदियों के साथ होम डिलीवरी सिस्टम को लेकर बातचीत जारी है।
सवाल-कई लोग शाम को खेतों-दिहाड़ी कर वापस लौटते हैं। उन्हें चेक नाकों पर पुलिस रोककर पूछताछ करती है। लोगों को परेशान होना पड़ता है।
जवाब-सरकार ने जिन आवश्यक सेवाओं अथवा लोगों को अनुमत किया है, उन्हें कोई परेशान नहीं कर रहा। लेकिन सुरक्षा और कानूनी प्रावधानों के अनुसार पूछताछ करना गलत नहीं है।
सवाल-प्रशासन-पुलिस को कॉलोनियों में एनजीओ और वरिष्ठजन को संबंधित इलाके के सुरक्षा की जिम्मेदारी देनी चाहिए। आगरा गेट सब्जी मंडी को पटेल मैदान में शिफ्ट करना चाहिए।
जवाब-कलक्टर और पुलिस भी इन प्रस्तावों पर चर्चा कर रही है। पार्षदों से सूची मांग रहे हैं, ताकि जिम्मेदार लोग जन अनुशासन पखवाड़े में सहयोग दें। कुछ ठेले वालों को मोहल्ले-कॉलोनी की जिम्मेदारी देंगे ताकि लोग वहीं खरीददारी करें।
सवाल-टैंट, कैटरिंग, हलवाई की दुकानें बंद हैं। शादियों के ऑर्डर लिए गए हैं। हम होम डिलीवरी नहीं कर पा रहे हैं।
जवाब-आप जिला कलक्टर से संपर्क करें, वे कोई पास या शर्तों के साथ कुछ अनुमति दें तो ही कुछ हल निकल सकता है।
सवाल-अस्पतालों में बैड और ऑक्सीजन की कमी होने पर स्कूल, कॉलेज अथवा धर्मशाला को अधिकृत किया जाना चाहिए। ताकि लोगों को त्वरित उपचार मिले।
जवाब-प्रशासन इसकी योजना बना रहा है। कायड़ विश्राम स्थली सहित कई जगह चिन्हित की गई हैं। ऑक्सीजन को लेकर सरकार और संस्थानों से बातचीत जारी है।सवाल-फालतू घूमते लोगों पर पुलिस की सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस को ऐसे लोगों को कोई रियायत देने की आवश्यकता नहीं है।
जवाब-कोरोना महामारी में सबसे अहम आमजन की जान बचाना है। कुछ कठोर पाबंदियों से शादियों का आनंद फीका होता है, इससे सब वाकिफ हैं। लेकिन हम थोड़ा अनुशासन में रहेंगे तो हजारों लोगों की जान बच सकेगी।
सवाल-कई स्वर्णकारों और व्यापारियों ने शादियों के ऑर्डर लिए हैं, उन्हें डिलीवरी नहीं दे रहे। इनके श्रमिकों को सरकार-प्रशासन को रियायत देनी चाहिए।
जवाब-पूरे राज्य में समान गाइडलाइंस जारी हुई हैं। कलक्टर भी शादियों से जुड़ी व्यापारियों की समस्याओं से वाकिफ हैं। कुछ शर्तों-पाबंदियों के साथ होम डिलीवरी सिस्टम को लेकर बातचीत जारी है।
सवाल-कई लोग शाम को खेतों-दिहाड़ी कर वापस लौटते हैं। उन्हें चेक नाकों पर पुलिस रोककर पूछताछ करती है। लोगों को परेशान होना पड़ता है।
जवाब-सरकार ने जिन आवश्यक सेवाओं अथवा लोगों को अनुमत किया है, उन्हें कोई परेशान नहीं कर रहा। लेकिन सुरक्षा और कानूनी प्रावधानों के अनुसार पूछताछ करना गलत नहीं है।
सवाल-प्रशासन-पुलिस को कॉलोनियों में एनजीओ और वरिष्ठजन को संबंधित इलाके के सुरक्षा की जिम्मेदारी देनी चाहिए। आगरा गेट सब्जी मंडी को पटेल मैदान में शिफ्ट करना चाहिए।
जवाब-कलक्टर और पुलिस भी इन प्रस्तावों पर चर्चा कर रही है। पार्षदों से सूची मांग रहे हैं, ताकि जिम्मेदार लोग जन अनुशासन पखवाड़े में सहयोग दें। कुछ ठेले वालों को मोहल्ले-कॉलोनी की जिम्मेदारी देंगे ताकि लोग वहीं खरीददारी करें।
सवाल-टैंट, कैटरिंग, हलवाई की दुकानें बंद हैं। शादियों के ऑर्डर लिए गए हैं। हम होम डिलीवरी नहीं कर पा रहे हैं।
जवाब-आप जिला कलक्टर से संपर्क करें, वे कोई पास या शर्तों के साथ कुछ अनुमति दें तो ही कुछ हल निकल सकता है।
सवाल-अस्पतालों में बैड और ऑक्सीजन की कमी होने पर स्कूल, कॉलेज अथवा धर्मशाला को अधिकृत किया जाना चाहिए। ताकि लोगों को त्वरित उपचार मिले।
जवाब-प्रशासन इसकी योजना बना रहा है। कायड़ विश्राम स्थली सहित कई जगह चिन्हित की गई हैं। ऑक्सीजन को लेकर सरकार और संस्थानों से बातचीत जारी है।सवाल-फालतू घूमते लोगों पर पुलिस की सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस को ऐसे लोगों को कोई रियायत देने की आवश्यकता नहीं है।
इन्होंने पूछे सवाल
आशीष शर्मा, सावित्री शर्मा, विपिन जैन, कमल गंगवाल, तुलसी सोनी, के.के.जोशी, महेंद्र तीर्थानी, रमेश लालवानी, सर्वेश्वर तिवारी, राम सारस्वत, सबा खान, डॉ. योगेंद्र ओझा, मोनिका तिवारी, बृजेश माथुर खुद पर नियंत्रण बहुत आवश्यक
कोरोना महामारी की दूसरी लहर और देश भर में उपजे हालात से हम सब वाकिफ हैं। सरकार ने जन अनुशासन पखवाड़ा लोगों की सुरक्षा और कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए लागू किया है। पुलिस अथवा प्रशासन आम लोगों के सहयोग से ही कोरोना संक्रमण को नियंत्रत कर सकते हैं। लोगों का स्वयं अनुशासन में रहना आवश्यक है। मास्क ऐसा पहनें तो नाक और मुंह को पूरी तरह कवर करे। भीड़ में ना जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें। बार-बार साबुन अथवा सेनेटाइजर से हाथ साफ करें। यह कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है।जगदीशचंद्र शर्मा, एसपी अजमेर
आशीष शर्मा, सावित्री शर्मा, विपिन जैन, कमल गंगवाल, तुलसी सोनी, के.के.जोशी, महेंद्र तीर्थानी, रमेश लालवानी, सर्वेश्वर तिवारी, राम सारस्वत, सबा खान, डॉ. योगेंद्र ओझा, मोनिका तिवारी, बृजेश माथुर खुद पर नियंत्रण बहुत आवश्यक
कोरोना महामारी की दूसरी लहर और देश भर में उपजे हालात से हम सब वाकिफ हैं। सरकार ने जन अनुशासन पखवाड़ा लोगों की सुरक्षा और कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए लागू किया है। पुलिस अथवा प्रशासन आम लोगों के सहयोग से ही कोरोना संक्रमण को नियंत्रत कर सकते हैं। लोगों का स्वयं अनुशासन में रहना आवश्यक है। मास्क ऐसा पहनें तो नाक और मुंह को पूरी तरह कवर करे। भीड़ में ना जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें। बार-बार साबुन अथवा सेनेटाइजर से हाथ साफ करें। यह कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है।जगदीशचंद्र शर्मा, एसपी अजमेर