तीनों पार्टनर के खिलाफ मुकदमा इधर गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने वाली महिला ने एसपी से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई। उसने बताया कि नगरा में उसका पुश्तैनी मकान है। उसने मकान बेचान का इकरार गुप्ता से किया लेकिन गुप्ता ने सम्पति अपने नाम ना लेकर तीसरे के नाम ली। गुप्ता ने खरीद-फरोख्त में अजीत चौधरी, हेमन्त नायक और खुद को साझेदार बताया। उसे इकरारनामे पर दस लाख रुपए का भुगतान किया लेकिन तीन साल बाद भी उसे पूरी रकम नहीं दी गई। गुप्ता और उसके साथी इकरारनामा निरस्त करने के दस लाख रुपए के बदले 50 लाख रुपए मांग रहे हैं।
आरोप बेबुनियाद मुझ पर लगाए आरोप बेबुनियाद हैं। आरोपी को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। प्रकरण की जांच एएसआई गणपतलाल कर रहे थे। सुनिता गुर्जर, थानाप्रभारी अलवर गेट इनका कहना है…
सम्पति की खरीद-फरोख्त को लेकर दो पक्ष में विवाद और आरोप-प्रत्यारोप हैं। आरोप लगने से उसे प्रमाणित नहीं माना जा सकता है। प्रकरण की जांच सीओ नॉर्थ को दी है। निष्पक्ष जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विकास शर्मा, पुलिस अधीक्षक
विकास शर्मा, पुलिस अधीक्षक