बोलती रामायण के रचयिता अभय माहेश्वरी और उनकी पत्नी श्रीकांता माहेश्वरी हैं। दोनों पेशे से कंपनी सचिव रहे हैं। दंपती बोलती रामायण का प्रचार-प्रसार करने में जुटे हैं। यह है बोलती रामायण…
अभय और श्रीकांता ने बताया कि बोलती रामायण की अवधि 21 घंटे की है।इसमें बालकांड से उत्तरकांड तक के सभी दोहे और चौपाइयां शामिल की गई हैं। बोलती रामायण की शुरुआत गणेश वंदना और समापन रामायण आरती, पुष्पांजलि और हनुमान चालीसा से होती है।
अभय और श्रीकांता ने बताया कि बोलती रामायण की अवधि 21 घंटे की है।इसमें बालकांड से उत्तरकांड तक के सभी दोहे और चौपाइयां शामिल की गई हैं। बोलती रामायण की शुरुआत गणेश वंदना और समापन रामायण आरती, पुष्पांजलि और हनुमान चालीसा से होती है।
मारवाड़ से है नाता
दोनों कंपनी सचिव हैं। रामायण के प्रचार-प्रसार के लिए दोनों देशभर में घूमते हैं। विभिन्न शहरों में बुक फेयर, साहित्य फेस्टिवल और अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करते हैं। इस कार्य के चलते दोनों प्रतिमाह 15 दिन ही परिवार को वक्त दे पाते हैं। माहेश्वरी दंपती का मानना है, कि रामकार्य से बढकऱ कोई कार्य नहीं है।
दोनों कंपनी सचिव हैं। रामायण के प्रचार-प्रसार के लिए दोनों देशभर में घूमते हैं। विभिन्न शहरों में बुक फेयर, साहित्य फेस्टिवल और अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करते हैं। इस कार्य के चलते दोनों प्रतिमाह 15 दिन ही परिवार को वक्त दे पाते हैं। माहेश्वरी दंपती का मानना है, कि रामकार्य से बढकऱ कोई कार्य नहीं है।