प्रदेश में सर्वाधिक वेट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संतोष वर्मन और सचिव दीपक ब्रह्मवर ने बताया कि राजस्थान में अन्य राज्यों की तुलना में पेट्रोल-डीजल की वेट दर सर्वाधिक है। खासतौर पर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, अलवर, भरतपुर, उदयपुर ,सिरोही, जालौर, बांसवाड़ा, धौलपुर, झालावाड़ आरै कोटा में पेट्रोल और डीजल का मूल्य 7 से 10 अधिक रुपए रहता है। वेट दर और कीमतों में उछाल के चलते पेट्रोल पम्प संचालकों और डीलर्स की आजीविका पर असर पड़ रहा है। वर्मन ने बताया कि सरकार ने पेट वेट दर नहीं घटाने पर सीमावर्ती इलाकों के पेट्रोल पम्प बंद हो जाएंगे।
परेशान हुए वाहन चालक पेट्रोल-डीजल नहीं मिलने से कई लोग परेशान हुए। जिनके वाहनों में पेट्रोल-डीजल खत्म हो गया उन्हें वाहन घसीटने पड़े। हालांकि शुक्रवार देर रात तक कई लोगों वाहनों के टैंक फुल करा लिए।
नसीराबाद. शनिवार को नगर एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के पेट्रोल पम्प बंद रहे। पेट्रोल पम्प संचालकों की एक दिवसीय हड़ताल के चलते शनिवार को उपभोक्ता डीजल पेट्रोल के लिए परेशान रहे। पेट्रोल पम्प संचालक राजेश रेलन ने बताया कि राजस्थान में पेट्रोल व डीजल पर बढ़ाए गए वेट को कम किए जाने तथा पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी में शामिल किया जाए तो इनकी दर प्रति लीटर दस रूपए से भी अधिक कम हो सकती है।
देरांठू. शनिवार को देरांठू बाईपास , दिलवाडा व कोटा रोड स्थित सभी पेट्रोल पंप बन्द रहे । पेट्रोल पंप बंद रहने से जानकारी के अभाव में कई ग्रामीण क्षेत्रों से डीजल पेट्रोल लेने वाले ग्रामीण को परेशानी उठानी पड़ी ।