उच्च शिक्षा विभाग के विशिष्ट शासन सचिव पी. के. बोरड़ ने बताया कि छात्रसंघ कार्यालयों का उद्घाटन 10 फरवरी तक कराया जा सकता था। अब छात्रसंघ पदाधिकारियों को कोई रियायत नहीं मिलेगी। मालूमहो कि आमतौर पर छात्रनेताओं की पहली पसंद कांग्रेस और भाजपा के नेता, मंत्री होते हैं। इसके बाद वे भामाशाहों और अन्य को समारोह में बुलाते हैं। एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ पदाधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री को बुलाना चाहते हैं। पर उनसे समय नहीं मिल पाया है।