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पति-पत्नी विवाद : रातभर भजनों के जरिए प्रभु के लगाया ‘ध्यान ’,दूसरे दिन सुबह फंदे पर लटक दे दी जान

locationअजमेरPublished: Apr 16, 2021 11:49:33 pm

Submitted by:

suresh bharti

खुदखुशी से पहले एक नहीं तीन वीडियो बनाए और फिर सोशल मीडिया कर किया वायरल, वीडियो की जांच में जुटी रूपनगढ़ थाना पुलिस, खेत पर जाकर फंदे पर लटक गया

पति-पत्नी विवाद : रातभर भजनों के जरिए प्रभु के लगाया ‘ध्यान ’,दूसरे दिन सुबह फंदे पर लटक दे दी जान

पति-पत्नी विवाद : रातभर भजनों के जरिए प्रभु के लगाया ‘ध्यान ’,दूसरे दिन सुबह फंदे पर लटक दे दी जान

अजमेर/मदनगंज-किशनगढ़. रूपनगढ़ उपखंड क्षेत्र के जाखोलाई गांव में खुदकुशी से पहले अपना वीडियो बनाने वाले सुरेश मेघवाल एक दिन पहले रात को पास ही के गांव के जागरण में भी शामिल हुआ था। इस दौरान यहां रातभर भजन सुने थे। इसके बाद वह घर आया और कुछ देर सोया। फिर उठा और सीधे अपनी बाइक लेकर घर से करीब दो-तीन किलोमीटर दूर खेत में गया। यहां पर खुदखुशी से पहले अपनी पत्नी को लेकर हो रही परेशानियों का जिक्र करते हुए उसका पूरा वीडियो बनाया।
घर आया, कमरे में सो भी गया…

मृतक के ताऊजी के लडक़े भंवरलाल मेघवाल ने बताया कि 14 अप्रेल की रात को वह पास के गांव में जागरण होने की बात कहकर चला गया था। वह 15 अप्रेल को सुबह करीब 8 बजे घर आया। रातभर भजन सुनने के चलते दो तीन घंटे आराम करने की बात कहते हुए कमरे में चला गया,जहां वह सो भी गया। दूसरे दिन सुबह 11 बजे पुन: उठा और नहाया। इसके बाद उसने बाइक लेकर रूपनगढ़ जाने की बात कही। इस पर पिता पन्नालाल मेघवाल ने रूपनगढ़ में उन्हें काम होने पर साथ चलने की बात कही,लेकिन सुरेश ने पिता को यह कहते हुए मना कर दिया गया कि मुझे दूसरे काम जाना है। आप टैम्पो से चले जाना। इसके बाद वह तेजी से बाइक लेकर चला गया।
मनीष का ध्यान रखना…

रूपनगढ़ जाने की बात कहकर घर से निकले सुरेश ने कुछ ही देर बाद अपने छोटे भाई श्योजी के मोबाइल पर फोन किया और पूछा की तू कहां है। इस पर श्योजी ने उसे परबतसर में मकान निर्माण करने की बात कही। फिर सुरेश ने रोते हुए कहा कि मेरा एक बेटा यानि तेरा एक भतीजा मनीष है। उसका ध्यान रखना। मैं इस दुनिया से सदा के लिए जा रहा हूं…यह कहकर कॉल को काट दिया।
दूसरा कॉल बड़े भाई को किया

सुरेश मेघवाल ने दूसरा फोन अपने बड़े भाई खेमाराम को किया। उसने बड़े भाई से भी पूछा कि तून कहां है। उसने घर पर होने की बात कही और खेत में बुलाया। खेमाराम ने उससे कहा कि धूप में तू खेत में क्या कर रहा है। इस पर रोते हुए सुरेश ने जवाब दिया कि ‘अब मैं दुनियां से जा रहा हूं ’ और फिर फोन काट दिया। यह सुन खेमाराम ने पैदल ही खेत की तरफ दौड़ लगाई, लेकिन जब वह खेत में पहुंचा तब तक वह खेजड़ी के पेड़ पर फंदे से लटका हुआ मिला।
चार-पांच माह पहले ही आया था गांव

मृतक के भाई भंवरलाल मेघवाल ने बताया कि सुरेश आठवीं तक पढ़ा लिखा था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उसने पढ़ाई छोड़ दी। वह मकान निर्माण की कारीगरी का काम करने लगा। पहली पत्नी को छोडऩे के बाद करीब डेढ़ साल पहले ही सुरेश ने दूसरी शादी की थी। सुरेश अपनी पत्नी विनोद के साथ अजमेर में रहने लगा। यहां वह मकान निर्माण की कारीगरी का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करने लगा, लेकिन वह परेशान रहता था। यह बात कभी किसी को नहीं बताई। एक संतान होने के बाद वह दोनों करीब 4-5 माह से गांव आकर रहने लगा।
वर्तमान में उसकी पत्नी विनोद अपने चार पांच महीने के बच्चे के साथ ही सुरेश के साथ ही रह रही थी। सुरेश के पिता पन्नाराम ने बताया कि उन्हें तो पता भी नहीं है कि सुरेश की पत्नी ने थाने में कोई मामला दर्ज कराया है। दो तीन पहले एक आदमी जरूर आया था। उसने रूपनगढ़ थाने से आने की बात कही और उसके एक खाली कागज पर हस्ताक्षर करवाए। बाद में जाते समय थाने आने की भी बात कही थी।
आत्महत्या से पहले बनाए तीन वीडियो, पुलिस पर लगाया धमकाने का आरोप

जिले के रूपनगढ़ थाना क्षेत्र के जाखोलाई गांव निवासी सुरेश मेघवाल ने आत्महत्या से पहले एक नहीं बल्कि बीस मिनट के तीन वीडियो बनाए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वह दूसरी पत्नी की ओर से रूपनगढ़ थाने में दी गई शिकायत का जिक्र करते हुए थानाधिकारी और पुलिसकर्मी की ओर से मोबाइल फोन पर धमकाए जाने का आरोप लगा रहा है। वीडियो में वह रो-रो कर पुलिस को कोस रहा है और कह रहा है कि पुलिस जो कोई मरना नहीं चाहता, उसे मरवा सकती है। महिला के गलत बयान पर रिपोर्ट दर्ज कर लेते हैं। इसके चलते आदमी को मरना पड़ता है या फिर जेल जाना पड़ता है। गौरतलब है कि सुरेश बुधवार को आत्महत्या के इरादे से खेत में गया। उसने पहले अपनी व्यथा वीडियो में रिकॉडऱ् की। इसे अपने दोस्त और रिश्तेदारों को भेजने के बाद फांसी पर लटक गया।
पहला वीडियो : 14 मिनट

इसमें सुरेश अपनी जिन्दगी की व्यथा सुनाते हुए कह रहा कि मैं आज बहुत परेशान हूं। जिन्दगी कैसी भी हो, लेकिन सुधरने का मौका मिलता है… उसकी जिन्दगी में हालात कुछ अलग है। कभी किसी को परेशान नहीं किया। घर में झगड़े सब के होते हैं…13 अप्रेल को पत्नी से झगड़ा हुआ। पत्नी ने थाने में रिपोर्ट कर दी। थानेदार ने भी बिना सोचे समझे रिपोर्ट दर्ज कर ली। बाद में थाने से उसे कॉल आया और उसे जेल भेजने की धमकी दी। वो अपना पेट भर लेते हैं और गरीब के पेट पर लात पड़ जाती है। गरीब का घर बिगड़ जाता है। गलत कदम का नतीजा यह होता है कि आदमी को मरना पड़ता है या जेल जाना पड़ता है।
खूब समझाया लेकिन नहीं मानी

मैने पहले सोच समझकर शादी की। मैंने कर्ज लेकर ढाई लाख रुपए दिए। शादी में सात लाख रुपए खर्च कर दिए। ढाई लाख का गहना दिया शादी टूट गई। तीन साल में कभी पत्नी को भेजा नहीं। उसको लेने गया तो ससुराल पक्ष में मारपीट की गई। रूपनगढ़ थाने में पहली शादी का फैसला हो गया। वरना उस दिन भी मेरी मौत हो जाती। उससे छुटकारा मिलने के बाद दूसरी शादी की। दूसरी पत्नी माता-पिता को गाली देती है। छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती है। शिकायत दी है वो गलत है। जबरन घर से निकलकर चली गई। फिर मैंने खूब समझाइया, लेकिन नहीं मानी। हम अच्छा सोचकर काम करते हैं, लेकिन कुछ अच्छा नहीं हुआ।
दूसरा वीडियो : 3 मिनट 7 सैंकड

इसमें सुरेश रो-रोकर अपने बेटे का ख्याल रखने की दुहाई दे रहा है। इसमें वह बोल रहा है कि पत्नी गलत निकल गई, आज ऐसा समय आ गया कि मुझे मरना पड़ रहा है।
तीसरा वीडियो : 2 मिनट 25 सैकंड

इसमें वह रो-रोकर पुलिस वालों को कोस रहा है। उसने कहा कि पुलिस जो कोई मरना नहीं चाहता, उसको मरवा सकती है। पत्नी के गलत बयानों पर रिपोर्ट दर्ज कर लेते हैं। जिसके चलते आदमी को मरना पड़ता है या फिर जेल जाना पड़ता है। पुलिस बिना सोचे समझे मारपीट करती है और फिर धमकी देती है। ऐसे पुलिस वालों को भी मरना चाहिए जो बिना मतलब धमकी देते हैं। ऐसे पुलिस वालों को जो नौकरी देते हैं। फोन पर धमकी देते हैं। किसी की जिन्दगी, किसी का घर बर्बाद कर देते हैं। उनका क्या है, उन्हें सरकार पैसे दे रही है लेकिन मेरी जिन्दगी बर्बाद हो गई। अब मुझे मरना पड़ रहा है। उनका क्या बिगड़ रहा है।
इनका कहना है
प्रारंभिक पड़ताल में मृतक युवक की पत्नी ने रूपनगढ़ थाने में शिकायत दी थी। युवक को बयान के लिए बीट कांस्टेबल ने थाने बुलाया लेकिन वह बुलावे पर भी नहीं आया। जब थाने आया ही नहीं तो प्रताडि़त किए जाने का सवाल ही नहीं उठता है। फिर भी किशनगढ़ सीओ ग्रामीण को जांच सौंपी गई है। जांच में स्पष्ट होने के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जगदीशचन्द्र शर्मा, पुलिस अधीक्षक

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