मानसून रहेगा सक्रिय
ज्योतिषविदों के मुताबिक द्वादशी तिथि में सूर्य का आद्र्रा नक्षत्र के प्रवेश शुभदायी माना गया है। इस चलते सभी जगहों पर बेहतर बारिश के संकेत के साथ ही कहीं-कहीं खंड वर्षा व अनावृष्टि के भी योग हैं। देश के अन्य राज्यों के साथ ही राजस्थान, दिल्ली व गुजरात में भी मेघ मेहरबान रहेंगे। अगस्त में मंगल के अस्त और बुध के उदय होने के चलते सभी क्षेत्रों में मानसून सक्रिय रहेगा।
ज्योतिषविदों के मुताबिक द्वादशी तिथि में सूर्य का आद्र्रा नक्षत्र के प्रवेश शुभदायी माना गया है। इस चलते सभी जगहों पर बेहतर बारिश के संकेत के साथ ही कहीं-कहीं खंड वर्षा व अनावृष्टि के भी योग हैं। देश के अन्य राज्यों के साथ ही राजस्थान, दिल्ली व गुजरात में भी मेघ मेहरबान रहेंगे। अगस्त में मंगल के अस्त और बुध के उदय होने के चलते सभी क्षेत्रों में मानसून सक्रिय रहेगा।
वर्षा की भविष्यवाणी
सूर्य के आद्रा नक्षत्र में प्रवेश को ही वर्षा काल का प्रारंभ माना गया है। ज्योतिषविदों द्वारा इस दिन कुंडली बनाकर वर्षा की भविष्यवाणी की जाती है। आद्र्रा का शाब्दिक अर्थ गीला होता है। आद्र्रा नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से धरती में नमी होती है। साथ ही कृषि कार्यों का श्रीगणेश होता है।
सूर्य के आद्रा नक्षत्र में प्रवेश को ही वर्षा काल का प्रारंभ माना गया है। ज्योतिषविदों द्वारा इस दिन कुंडली बनाकर वर्षा की भविष्यवाणी की जाती है। आद्र्रा का शाब्दिक अर्थ गीला होता है। आद्र्रा नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से धरती में नमी होती है। साथ ही कृषि कार्यों का श्रीगणेश होता है।