अजमेर. मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिए घर-घर किए जा रहे सर्वे की रिपोर्ट मौके पर ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम एक विशेष एप में रिकॉर्ड करेंगी। घर में सर्वे के दौरान बुखार, खांसी, जुकाम के साथ डेंगू, मलेरिया लक्षण वाले मरीज की जानकारी अपलोड की जाएगी। वहीं कितने कंटेनर में लार्वा पाए गए आदि का भी रिकॉर्ड संधारित होगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौसमी बीामरियों की रोकथाम के लिए इन दिनों घर-घर सर्वे करवाया जा रहा है। प्रदेशभर में चले रहे सर्वे को पेपर लैस करने का निर्णय लिया गया है। इसमें हर व्यक्ति से संबंधित जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। कई बार कागजों की रिपोर्ट एवं ऑनलाइन रिकॉर्ड में अंतर पाए जाने की स्थिति में सर्वे की वैधता पर भी सवाल खड़े होते हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी के अनुसार कार्मिकों को इस संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है।
यह होगा फायदा -पेपर लैस होगा कार्य।
-एप में जानकारी डाउनलोड होने से समय बचेगा। -लार्वा पाए जाने वाले मकान व व्यक्ति चिह्नित होंगे।
-किसी भी जिले की सूचना तत्काल मिल सकेगी। – दुबारा नहीं बनानी होगी रिपोर्ट।
-चिकित्सा प्रभारी, जिला अधिकारियों को प्रतिदिन की प्रगति तत्काल मिलेगी।
-एप में जानकारी डाउनलोड होने से समय बचेगा। -लार्वा पाए जाने वाले मकान व व्यक्ति चिह्नित होंगे।
-किसी भी जिले की सूचना तत्काल मिल सकेगी। – दुबारा नहीं बनानी होगी रिपोर्ट।
-चिकित्सा प्रभारी, जिला अधिकारियों को प्रतिदिन की प्रगति तत्काल मिलेगी।
यह आएगी अड़चन -नेट अवरुद्ध होने पर सर्वे की एंट्री तत्काल होने में परेशानी। -प्रतिदिन सर्वे होने वाले घरों की रिपोर्ट घटने की आशंका।