तकनीकी का उपयोग उतना ही करें जितना आवश्यक हो। बिना वजह से किया गया प्रयोग मनुष्य की बुद्धि पर विपरीत प्रभाव डालता है। टेलीविजन देखने की अधिकता के कारण बाल्यकाल में ही नजर कम होना भी कुपोषण की ही परिभाषा में आता है। मोबाइल पर बात करने या एन्ड्रोयड मोबाइल पर ज्यादा देर तक उपयोग की अधिकता मनुष्य को बहरा व अंधा बना देता है।
इसलिए आवश्यक होने पर ही इसका प्रयोग करना चाहिए। मनुष्य को इनका उपयोग कम करते धर्म की ओर ध्यान लगाना चाहिए। धर्म कर्म से ही मानव जीवन सफल होगा। मुनि मंगलवार को गांव में स्थित जैन स्थानक में श्रावक-श्राविकाओं को प्रवचन दे रहे थे। संघ प्रवक्ता ज्ञानचंद पोकरना ने बताया कि जैन स्थानक में प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 10 बजे तक नियमित रुप से प्रवचन होंगे।
जैन साध्वियां आज करेंगी विहार चातुर्मास के दौरान यहाँ विराजित जैन साध्वियां राजमती म.सा. आदि ठाणा-6 बुधवार प्रात: 6.50 बजे विहार करेंगे। वे यहाँ से विहार कर भिनाय की ओर प्रस्थान करेंगी। यह जानकारी संघ मंत्री राजेश पीपाड़ा ने दी।
यह भी पढ़ें… बालिका शिक्षा से समाज विकास नापाखेड़ा. क्षेत्र के ग्राम बाजटा स्थित सीनियर स्कूल में मंगलवार को 31 छात्राओं को साइकिलें वितरित की गई। इस मौके पर प्रधानाचार्य अंजना शर्मा ने कहा कि बालिका शिक्षा से समाज का विकास होगा। दो परिवारों को लाभ मिलेगा। बेटी को किसी से कम आंकना गलत है। बेटी घर के आंगन का चिराग है। पवित्र तुलसी है। जन्म से लेकर मृत्यु तक बेटी, बहन, बहू और सास के अलावा कई रिश्ते निभाने वाली बालिका बिना परिवार व समाज अधूरा है।
शर्मा ने कहा कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को शिक्षा से जोडऩे के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई है। घर-घर सर्वे कर शिक्षा के लिए बालिकाओं को प्रेरित किया जा रहा है। भाजयुमो नेता शोजीराम मीना ने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। बालिका शिक्षा का ग्राफ बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। अभिभावकों को जागरूक रहकर योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए। बेटी को सम्मान का दर्जा देना हम सभी का कत्र्तव्य है। कार्यक्रम में सरपंच राजवीर हावा सहित शाला स्टाफ मौजूद रहा।