हमें तो शव दे दो,नहीं कराना अंत्य परीक्षण किशोरी की मृत्यु से परिजन बिलख पड़े। अस्पताल प्रशासन ने शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही तो वे बगैर पोस्टमार्टम शव सौंपने को लेकर अड़ गए। चिकित्सकों और कर्मचारियों ने उन्हें मृत्यु के कारण जानने के लिए इसे जरूरी बताया। लेकिन परिजनों ने इनकार कर दिया। विवाद बढ़ता देख अस्पताल पुलिस चौकी और कोतवाली थाना के पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे।
बहन की भी करंट से गई थी जान वार्ड नं. 33 के पार्षद जावेद खान ने बताया कि पीडि़त परिवार में दूसरी बार बड़ा हादसा हुआ है। करीब ढाई वर्ष पूर्व मृतका आशा की छोटी बहन की मृत्यु भी करंट लगने से हो गई थी।
समझाइश पर माने परिजन कोतवाली थाने के एसआई देवाराम ने बताया कि परिजन बालिका के शव को बगैर पोस्टमार्टम ले जाना चाहते थे। पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। अग्रिम कार्रवाई के लिए रामगंज थाना पुलिस को सूचित किया गया है। शव का सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पत्रिका नॉलेज… किसी की जहर, करंट लगने अथवा अन्य कारणों से संदिग्ध अवस्था में मौत, हत्या की आशंका जताने पर मौत का असल कारण जानने के लिए शव का पोस्टमार्टम किया जाता है। गंभीर मामलों में मेडिकल बोर्ड यह कार्रवाई करता है। इसके लिए परिजन से सहमति ली जाती है।