पुलिस से नोक-झोंक दोपहर सवा 12 बजे आरएलपी के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में सैकड़ों युवा कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने केन्द्र सरकार विरोधी नारे लगाते हुए उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारियों से नोक-झोंक भी हुई। उन्होंने जिला कलक्टर को दिए ज्ञापन में केन्द्र सरकार से सेना भर्ती रैली के आयोजन को जल्द शुरू करने, युवाओं को भर्ती में दो साल की उम्र में रियायत देने, अग्निपथ योजना के माध्यम से सेना में संविदा भर्ती को रोकने की मांग की।
जाम पर बिगड़ी बात ज्ञापन से पूर्व कलक्ट्रेट पर जाम की स्थिति बनने पर पुलिस अफसरों ने जैसे-तैसे समझाइश कर रास्ता खुलवाया। ज्ञापन देने के बाद युवाओं ने फिर से जाम लगाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। यहां आरएलपी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उन्हें छोड़ गए। कलक्ट्रेट से जयपुर रोड अम्बेडकर सर्किल पहुंचे प्रदर्शनकारी युवाओं ने फिर से जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस उन्हें खदेड़ना शुरू किया। पुलिस के हल्के बल प्रयोग पर युवकों ने जयपुर रोड पर दौड़ना शुरू कर दिया। उनके पीछे पुलिस भी दौड़ती रही। पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत मेंं लिया लेकिन कुछ देर बात थोड़ दिया। यहां जेल तिराहे पर प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे युवाओं को एसडीएम महावीर शर्मा ने समझाइश की। यहां पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा, सीओ छवि शर्मा, सिविल लाइन, क्लॉक टावर व आदर्शनगर थानाप्रभारी समेत पुलिस जाप्ता तैनात रहा।
इनका कहना है… सेना भर्ती रैली को लेकर युवा ज्ञापन देने आए थे। जिला कलक्टर को ज्ञापन देने के बाद रोड जाम करने का प्रयास किया। उन्हें समझाइश करते हुए हटाया गया। फिर जयपुर रोड पर रैली समाप्त कर लौट गए।
– महावीर शर्मा, एसडीएम अजमेर विशेषज्ञों से विचार कर लागू करें अग्निपथ योजना अजमेर. कांग्रेस नेता डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने युवाओं की सैन्य सेवा से जुड़ी अग्निपथ योजना लागू करने से पहले विशेषज्ञों से विचार-विमर्श की बात कही है। डॉ. बाहेती ने कहा अग्निपथ योजना में चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को बाहर का रास्ता दिखाना मानवीय नहीं है। केंद्र सरकार बेरोज़गारी पर नाकामी छुपाने के लिए वैकल्पिक मार्ग निकाल रही है। मोदी सरकार जल्दबाजी में लिए फैसले को वापस लेकर ठोस नीति तैयार करनी चाहिए। वहीं मानव अधिकार परिषद के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने कहा कि कोई ठोस रोजगार नीति की बजाय सेना में शाॅर्ट टर्म भर्ती का प्रयोग अनुचित है। चौतरफा विरोध बढ़ा तो केंद्र सरकार को किसान बिल की तरह अग्निपथ योजना को भी वापस लेना पड़ सकता है।