चांदना ने केन्द्र सरकार तथा भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि देश में उपचुनाव में हारते ही भाजपा ने तुरंत पेट्रोल-डीजल की कीमतें कर दीं। साथ ही तीन मिनट में तीन कृषि कानूनों का रद्द कर दिया। इसलिए भाजपा को चुनाव हराते जाओ, सरकार को कीमतों पर लगाम कसनी होनी होगी। इसके खिलाफ लोगों को एकजुट होना होगा।
चांदना ने कहा कि देशवासियों की सहयोग से भारत में संस्थान, रेलवे, उद्योग, एयरपोर्ट बने हैं, लेकिन केन्द्र सरकार इनको बेच रही है। अगर नुकसान में हैं तो उद्योगपति क्यों ले रहे हैं और फायदे में है तो सरकार बेच क्यों रही है। वहीं नोटबंदी के खिलाफ भी सरकार पर जमकर प्रहार किए। कहा कि पंूजीपतियों को कहीं लाइन में नहीं लगना पड़ा, जबकि आमजन लाइन में लग-लग कर परेशान हो गया। इसके बाद भी न तो कालाधन रखने वाला जेल गया और ना ही कालाधन बाहर आया।इस दौरान सभा को कांग्रेस जिला प्रभारी ललित यादव, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष दुर्गादत्त शास्त्री, डॉ. शिवचरण कुशवाह, लोकसभा प्रत्याशी रहे संजय जाटव, प्रवक्ता धनेश जैन आदि ने सबोधित किया। वहीं इससे पूर्व जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल, पुलिस अधीक्षक केसरसिंह शेखावत ने पुष्पगुच्छ देकर प्रभारी मंत्री का स्वागत किया। इसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पोस्टर पॉलिटिक्स सभा में पोस्टर बना रहा चर्चा का विषय धौलपुर. जिला मुयालय पर सर्किट हाउस में जिला प्रभारी मंत्री चांदना की सभा के बाहर पोस्टर पॉलिटिक्स देखने को मिली। पोस्टर में राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा तथा राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष प्रद्युनसिंह का फोटो नहीं लगा था। इस कारण यह पोस्टर सभा के दौरान चर्चा का विषय बन गया। हर कोई पोस्टर को देखकर चौंक रहा था। जबकि बाड़ी तथा बसेड़ी विधायक का फोटो पोस्टर में लगा हुआ था। इस दौरान लोगों में विधायकों के बीच आपसी दूरी की चर्चा होती देखी गई। इस सबंध में जब पत्रकारों ने जिला प्रभारी से प्रश्न किया तो उन्होंने पोस्टर देखने के बाद ही कोई जवाब देने की बात कही। बाद में सभा में उन्होंने पोस्टर विवाद को लेकर कहा कि किसी कार्यकर्ता को कोई नेता पसंद है या नहीं है। लेकिन पोस्टरों में या तो किसी का फोटा नहीं लगाया जाए या फिर सभी का फोटो लगाया जाए। साथ ही नसीहत भी दी कि, भले ही कोई दुश्मन ही क्यों नहीं हो, अगर वह हमारे घर आता है तो उसका भी समान किया जाना चाहिए।