अजमेर

करंट ने छीन लिए कमाने वाले दोनों हाथ, परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़

चार बालिका, एक छह माह का बालक, पत्नी पर आया इलाज व परिवार का बोझ
विपरपुर पंचायत के कल्याणपुर गांव निवासी एक युवक के कमाने वाले दोनों हाथ करंट ने छीन लिए। इससे अब परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। युवक का विगत 25 दिन से इलाज चल रहा है, वहीं परिवार में अब कमाने वाला नहीं होने के कारण पत्नी पर ही इलाज तथा पांच मासूमों के परवरिश का बोझ आ गया है।

अजमेरJun 21, 2021 / 12:15 am

Dilip

करंट ने छीन लिए कमाने वाले दोनों हाथ, परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़

धौलपुर. विपरपुर पंचायत के कल्याणपुर गांव निवासी एक युवक के कमाने वाले दोनों हाथ करंट ने छीन लिए। इससे अब परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। युवक का विगत २५ दिन से इलाज चल रहा है, वहीं परिवार में अब कमाने वाला नहीं होने के कारण पत्नी पर ही इलाज तथा पांच मासूमों के परवरिश का बोझ आ गया है। बच्चों में भी सबसे बड़ी बेटी केवल आठ साल की है और सबसे छोटा बेटा केवल छह माह का है। ऐसे में अब पत्नी करीब एक माह से पति के इलाज कराने में जुटी है। अभी तक कहीं से कोई मदद भी नहीं मिली है।
इलाज में व्यस्त होने के कारण पत्नी वर्षा (२७) ने इस सम्बंध में १४ जून को ही मनिया थाने में रपट दर्ज कराई है। इसमें बताया कि उसके पति भीमसेन कुशवाह (३२) पुत्र हरिविलास २५ मई को सुबह करीब आठ बजे खेत में काम कर रहे थे। इस दौरान बिजली का तार टूट कर उनके ऊपर गिर गया। इससे वह पूरी तरह झुलस गए। जिससे उनके दोनों हाथ काटने पड़े। वहीं पैर तथा शरीर में भी कई जगह झुलसने के साथ चोटिल हुए हैं। पहले उनका इलाज धौलपुर चिकित्सालय में कराया, वहां से ग्वालियर रैफर कर दिया गया। वहां से आगरा रैफर कर दिया गया। वहां पर निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया, लेकिन सुधार नहीं होने पर दूसरे निजी चिकित्सालय लेकर गए, जहां उनका उपचार जारी है। उनके चार छोटी-छोटी बालिका तथा एक छह माह का बालक है।
घर में पति के अलावा कमाने वाला कोई नहीं है। इधर, भीमसेन के भतीजे रवीन्द्र ने बताया कि फिलहाल वे उनको खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने प्रशासन से भी मदद की बात कही है, जिससे उनके परिवार का पालन हो सके।
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