मौके पर बंद पड़ा है काम अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी के तहत ब्यावर रोड, दौराई में वर्तमान में कोई काम नहीं हो रहा है। जबकि निर्माणकर्ता ने 15 फरवरी 2022 तक ईडब्ल्यूएस, एलआईजी तथा एमआईजी ब्लॉक के लिए ट्रांसफार्मर लगाने की सहमति दी थी।
ट्रांसफार्मर लगाने,एचटी केबल को डबल करने का काम भी नहीं हुआ। प्राधिकरण को हस्तांतरित आवासों में पेयजल कनेक्शन भी नहीं हुए है। यह कार्य में लापरवाही है। प्राधिकरण ने निर्माण फर्म को लापरवाही देरी के चलते 8 मार्च तथा 15 मार्च को तलब भी किया लेकिन फर्म के प्रतिनिधि उपिस्थत नहीं हुए।
काम से पहले कम्पनी मांग रही दाम बैठक में निर्माणकर्ता फर्म ने मांग की कि रनिंग बिल 31 लाख 24 के भुगतान होने के दो महीने बाद एडीए को हस्तांतरित आवासों में बिजली कनेक्शन किए जाएंगे। बिल के भुगतान होने के एक महीने के बाद एडीए को हस्तांतरित आवासों में पानी सप्लाई की जाएगी। वर्तमान में तैयार किए गए ईडब्ल्यूएस के 96 आवासों में पानी सप्लाई 45 दिन में की जाएगी। बिजली- पानी आदि रहवास के लिए सभी कार्य पूर्ण करने के बाद विकासकर्ता फर्म की ओर से आवासो को एडीए को हस्तांतरित किया जाएगा।फैक्ट फाइल
अफोर्डेबल हाउसिंग योजना के तहत 20 करोड़ 24 लाख रुपए में कुल 536 आवास निर्माण का ठेका गोल्डन इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी को 15 सितम्बर 2011 को दिया गया था। जिसमें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 240, एलआईजी-92 तथा एमआई श्रेणी के 104 अवास 19 सितम्बर 2014 तक निर्मित कर उपलब्ध कराने थे। तयशुदा समय से 8 साल ज्यादा बीत जाने के बावजूद अभी भी आवास का निर्माण कार्य शेष है।
आवास निर्माण में विलंब से आवास के लिए राशि जमा करवा चुके आवंटी कब्जा लेने के लिए प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे हैं। इस मामले में परेशान आवंटी सांसद और विधायक से लेकर सम्पर्क पोर्टल तक पर शिकायतें दर्ज करवा चुके हैं।
बैठक में यह हुए शामिल बैठक में अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता एवं प्रभारी अफोर्डेबल हाउसिंग देवेश कुमार शर्मा, साहब राम जोशी, सहायक प्रभारी अफोर्डेबल हाउसिंग, दीपेन यादव, अधिशासी अभियन्ता, अमित गुप्ता, प्रबन्धन निदेशक, मैसर्स गोल्डन लाइन इन्फास्ट्रक्चर,समीर पांडे, जनरल प्रबंधक प्रोजेक्टस, मैसर्स गोल्डन लाइन इंन्फास्ट्रक्चर शामिल हुए।