पंचायत समिति सदस्य 231 पद के लिए लिए 552 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो चुका है। पंचायत समिति सदस्यों के लिए पंचायत समिति भिनाय में 69,केकडी में 33, सरवाड़ में 33,सावर में 35, पीसांगन में 51,अजमेर ग्रामीण में 89,श्रीनगर में 49,जवाजा में 63,मसूदा में 48, अरांई में 38 तथा किशनगढ में 44 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई है। अजमेर ग्रामीण में पंचायत समिति सदस्यों की संख्या सर्वाधिक 35 है। जबकि श्रीनगर मे 21,पीसांगन में 19,सरवाड़ में 15, केकड़ी में 15,भिनाय में 19, मसूदा में 19, जवाजा में 19,अराई में 17 तथा किशनगढ़ में पंचायत समिति सदस्यों के 19 पद हैं।
बनेंगे 11 प्रधान
बनेंगे 11 प्रधान
पंचायत समिति सदस्य ही 11 प्रधानों का चयन करेंगे। इनमें पीसांगन, सावर, सरवाड़, जवाजा, केकड़ी, भिनाय, किशनगढ़, श्रीनगर अराई तथा मसूदा प्रधान तथा नव गठित पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण के प्रधान का भी चयन करेंगे।
जिला परिषद32 सीटों के लिए 77 उम्मीदवार
जिला परिषद32 सीटों के लिए 77 उम्मीदवार
जिला परिषद की 32 सीटों के लिए 77 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 40 महिला तथा 37 पुरुष उम्मीदवार हैं। जिला परिषद के 22 वार्डों में भाजपा-काग्रेंस के बीच सीधा मुकाबल है। जबकि 10 वार्डो में बीएसपी,राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी तथा निर्दलियों ने मुकाबला त्रिकोणीय-चतुष्कोणीय बना दिया है।
बाड़ाबंदी भी शुरु जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव परिणाम आने से पहले ही दोनों ही प्रमुख दलों ने अपने प्रत्याशियों की बाड़बंदी शुरु कर दी है। इसके लिए ग्रामीण राजनीति में दखल रखने वाले राजनेता जोड़तोड़ भी लगे हुए हैं। बाड़ाबंदी का उद्देश्य उम्मीदवारों को प्रलोभन से बचाना है जिससे क्रॉस वोटिंग नहीं हो सके। कई बड़े राजनेता जिला प्रमुख ता कुछ प्रधान बनने की तैयारी में है।
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