युवती ने कहा कि उसका उद्देश्य किसी भी जाति, धर्म व समुदाय को ठेस पहुंचाने का नहीं रहा है। युवती के इस माफीनामे के बाद दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान ने भी दरगाह थाने में युवती के खिलाफ दी गई शिकायत वापस लेने का निर्णय किया है। उन्होंने हिदायत दी है कि भविष्य में आदर व सम्मान वाले किसी भी स्थान पर इस तरह की वीडियोग्राफी नहीं करें।
दरगाह में वीडीयोग्राफी-फोटोग्राफी पर प्रतिबंध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में मोबाइल व कैमरे से होने वाली वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोशल मीडिया पर गुरुवार को एक लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद दरगाह कमेटी ने यह निर्णय किया है।
दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान ने बताया कि पिछले कुछ समय से दरगाह परिसर में वीडियो व फोटोग्राफी कर सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने के लिए लोग नए-नए तरीके से वीडियो व फोटोग्राफी कर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं। इससे दरगाह की प्रतिष्ठा, आदर व सम्मान को ठेस पहुंचती है। इसे देखते हुए दरगाह कमेटी ने दरगाह परिसर में वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया है। इसके लिए दरगाह में विभिन्न स्थानों पर बैनर लगाए जाएंगे और माइक के जरिए अपील भी की जाएगी।