उम्मीदें प्रशासन व सरकार से इस पीडि़त परिवार के उम्मीद है कि अगर अस्पताल में काम कर रहे हैं तो यहां कोई कोटड़ी या कमरा उपलब्ध करवाया जाए। शहर में काम के लिए आते हैं लेकिन रहने की सुविधा नहीं मिलती है। निर्माण करवाने वाली एजेंसी/ठेकेदार या तो सर्दी में इन्हें रहने की व्यवस्था करवाए या कोई कोटड़ी बनाकर इन्हें रखें। प्रशासन व सरकार से उम्मीद है, कोई माधान निकलेगा।
संघर्ष की सीख जो घरौंदे बनाने वाले कारीगर है कम से कम इन्हें अस्थाई घरौंदों में रखा जाए। मजदूरी व मेहनतकश लोग अपने स्वाभिमान से भी समझौता नहीं करते हैं। रात्रि में नशा करने वाले खानाबदोश बर्तन तक चुरा ले जाते हैं। काजल के अनुसार आए दिन इस तरह की घटनाएं हों रही हैं लेकिन कहां जाएं। हर व्यक्ति को संघर्ष से जूझने के लिए काजल व पति की कहानी पर्याप्त होंगी।