scriptThe pain of mid-day meal workers remained entangled in the rules | नियमों में उलझ कर रह गया मिड-डे मील कर्मचारियों का दर्द | Patrika News

नियमों में उलझ कर रह गया मिड-डे मील कर्मचारियों का दर्द

locationअजमेरPublished: Oct 12, 2022 01:24:07 am

Submitted by:

Dilip Sharma

- महंगाई बिगाड़ रही बजट: कुकिंग कन्वर्जन राशि में 9.6 फीसदी की बढ़ोतरी, इस दौरान महंगाई 30 से 40 फीसदी बढ़ी - दो साल पुराने मानदेय पर की 20 फीसदी की बढ़ोतरी, 15 रुपए का नुकसान

अगर किसी समारोह में 400 लोगों का खाना तैयार होता है, तो हलवाई व व्यवस्था में करीब 20 लोग काम करते हैं लेकिन, स्कूल में 400 बच्चों का खाना पकाने वाली मात्र तीन महिलाएं होती हैं।

 

mid day meal : दो वर्ष बाद स्कूलों में बच्चों को फिर मिलेगा गर्म भोजन
mid day meal : दो वर्ष बाद स्कूलों में बच्चों को फिर मिलेगा गर्म भोजन
धौलपुर. अगर किसी समारोह में 400 लोगों का खाना तैयार होता है, तो हलवाई व व्यवस्था में करीब 20 लोग काम करते हैं लेकिन, स्कूल में 400 बच्चों का खाना पकाने वाली मात्र तीन महिलाएं होती हैं। यही महिला कार्मिक 400 थाली भी साफ करती हैं। मानदेय के नाम पर पहले 1452 रुपए और अब 20 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1742 रूपए किए गए हैं। वह भी अभी तक कई महीनों का बकाया चल रहा हैं। हर साल 10 प्रतिशत राशि मार्च में बढ़ाई जाती है। वर्ष 2021 में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई। अब सीधे 20 प्रतिशत वृद्धि की गई है। हालांकि, ऐसा होने से इनके कुल मानदेय में 15 रुपए कम बढ़े हैं। 58 रुपए प्रतिदिन पर काम करने वाली अल्प वेतनभोगी गरीब महिला कार्मिकों के लिए 15 रुपए भी बहुत होते हैं। वहीं, महंगाई ने भी मिड-डे-मील का पूरा बजट बिगाड़ दिया है।
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