scriptवो तैरना जानता था, इसलिए डूब गया | The young man who went to bathe in the pond drowned | Patrika News

वो तैरना जानता था, इसलिए डूब गया

locationअजमेरPublished: Aug 13, 2022 02:26:43 am

Submitted by:

dinesh sharma

राखी का दिन था। दोस्तों के संग तालाब की पाल पर नहाने का प्लॉन बनाया। जाते सावन में रिमझिम फुहारों से सुहावने हुए मौसम में दोस्तों ने भी साथ चलने के लिए हामी भर दी। ऐसे में चारों दोस्त गोपाल सागर तालाब नहाने पहुंच गए। चारों दोस्तों में वह अकेला ही तैरना जानता था। उसका यह हुनर ही उसकी जान का बैरी बन गया।

वो तैराना जानता था, इसलिए डूब गया

वो तैराना जानता था, इसलिए डूब गया

सराना ( अजमेर ).

राखी का दिन था। यानी त्योहारी रौनक। घर में भी खुशी का माहौल। पत्नी ने भाई के राखी बांधने जाने को कहा तो उसे पुत्र-पुत्री समेत पीहर छोड़ आया। और लौटते समय दूसरे दिन लेने आने को कह आया। गांव लौटा तो दोस्तों के संग तालाब की पाल पर नहाने का प्लॉन बनाया।
जाते सावन में रिमझिम फुहारों से सुहावने हुए मौसम में दोस्तों ने भी साथ चलने के लिए हामी भर दी। ऐसे में चारों दोस्त गोपाल सागर तालाब नहाने पहुंच गए। चारों दोस्तों में वह अकेला ही तैरना जानता था। उसका यह हुनर ही उसकी जान का बैरी बन गया।
अब इसे आत्मविश्वास कहें या अति आत्मविश्वास कि वह तैरना जानता था इसीलिए तालाब में दूर गहरे पानी तक नहाने चला गया। दोस्त चूंकि तैरना नहीं जानते थे, इसलिए तालाब किनारे ही नहाने लगे। दूर गहरे पानी में जब वह दलदल में धंसने लगा तो बचाने के लिए दोस्तों को आवाज भी लगाई, लेकिन तीनों दोस्त तैरना नहीं जानते थे। ऐसे में मदद के लिए ग्रामीणों को सूचना दी, लेकिन तब तक वह ओछल हो गया।
सराना के गोपाल सागर तालाब में नहाने गया युवक गुरुवार को डूब गया। वह तालाब की चादर पर दोपहर में तीन दोस्तों के साथ नहाने गया था। ग्रामीणों ने बताया कि नन्द किशोर माली तालाब में कुछ दूरी पर नहा रहा था, जबकि उसके तीनों साथी तालाब की चादर पर नहा रहे थे।
इसी दौरान तालाब में नन्द किशोर के पैर दलदल में धंस गए। उसने साथियों को आवाज भी लगाई, लेकिन वे तीनों ही तैरना नहीं जानते थे। वे उसे बचाने का उपाय ढूंढते उसे पहले ही नन्द किशोर पानी में डूब गया। उसके साथी श्रीराम दरोगा, दुर्गा सिंह दरोगा और सुखपाल प्रजापत ने ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। इस पर ग्रामीण दौड़कर तालाब पर पहुंचे और तलाश के प्रयास शुरू किए, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इस पर थानाधिकारी लक्ष्मण सिंह राजावत मय जाप्ते सराना तालाब पहुंचे और अजमेर से एसडीआरएफ टीम हेड कांस्टेबल राजेश व 13 सदस्यों के साथ बोट संसाधन के साथ पहुंचे। शाम करीबन सवा 6 बजे गोताखोर ने साथियों के साथ तालाब में ढूंढने का प्रयास किया लेकिन रात साढ़े 7 बजे तक कोई सफलता नहीं मिली।
पडोसी फरियाद खान ने बताया कि महावीर माली के दो पुत्र दो पुत्री हैं। इसमें बड़े पुत्र नन्द किशोर माली की ही शादी हुई थी। उसके एक पुत्री और एक पुत्र है। ग्रामीणों ने बताया कि वह सुबह पत्नी, पुत्र रौनक व पुत्री आरू को रक्षाबंधन के लिए उनके गांव दाता छोड़ कर आया था। वह दूसरे दिन लेने आने की कहकर आया था। ग्रामीणों ने बताया कि वह नल फिटिंग का कार्य करता था।
….और यहां 18 घण्टे की मशक्कत के बाद मिला युवक का शव

अरांई के समीपवर्ती ग्राम चौसला में नाड़ी में डूबे युवक का शव 18 घण्टे बाद निकाला जा सका। एसडीआरएफ तथा सिविल डिफेंस की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार को शव को ढूंढ निकाला। सुबह तलाश अभियान पुन: शुरू किया गया।
इस दौरान विधायक सुरेश टांक, उपखण्ड़ अधिकारी परसाराम सैनी, सीआई नियाज मोहम्मद, सीआई जयसुल्तान सिंह कविया, सरपंच हरिराम चौधरी मौके पर मौजूद रहे। घण्टों बीत जाने पर भी युवक का पता नहीं चलने पर नाड़ी से पानी बाहर निकालने के लिए पाल तोड़ी गई।
हालांकि देवपुरी के लोगों के विरोध के चलते पुन: पाल को बंद किया गया। इस दौरान बैठकों का दौर चला। बाद में फिर से पाल तोड़ी गई। तब पानी कम होने पर एसडीआरएफ की टीम को युवक का शव गहरे पानी में कंटीली झाडिय़ों में फंसा मिला।
उल्लेखनीय है कि चौसला निवासी शैतान भील (30) दोस्तों के साथ बुधवार को नहाने के लिए नाड़ी में गया। जहां गहरे पानी में जाने पर वह डूबने लगा। दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास किया मगर सफलता नहीं मिली। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ टीम को बुलवाया।
बुधवार देर शाम तक पानी में युवक की तलाश की गई। मगर अंधेरा होने के कारण तलाश बंद कर दी गई। गुरुवार सुबह एसडीआरएफ की टीम ने पुन: तलाश प्रारम्भ की। जिला सिविल डिफेंस तथा नगर परिषद किशनगढ़ की फायर ब्रिगेड़ की टीम भी मौके पर बुलवाई गई।
टीम ने नाड़ी का पानी कम करने के लिए कहा। अधिकारियों की मौजूदगी में नाड़ी की पाल तोड़ी गई, लेकिन देवपुरी के लोगों ने इसका विरोध किया। इस पर नाड़ी की पाल बंद करके तलाश शुरू की गई, लेकिन टीमों को युवक का कोई सुराग नहीं मिला। इस पर एसडीआरएफ की टीम ने पानी कम करने पर जोर दिया।
विधायक टांक की समझाइश पर पाल को तोडक़र पानी बाहर निकाला गया। घंटों की मशक्कत के बाद शव गहरे पानी में झाडिय़ों में फंसा नजर आया। टीम ने शव को बाहर निकाला। अरांई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया गया।
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