सिटी रोड सुमेर सिटी के सामने स्थित शराब के ठेके के संचालक को मदनगंज थाना पुलिस ने रातभर लॉकअप में रखा और डंडों व लात घूंसों से मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने सोमवार सुबह उसे जल्दी छोड़ दिया।
READ MORE : दुखद... जान बचाने के लिए लगा दी जान की बाजी, हार गया किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं होने एवं कोई शिकायत नहीं होने के बावजूद युवक को रातभर बंद रखने और मारपीट करने पर राजपूत सभा समिति के प्रतिनिधि मंडल के एतराज के बाद पुलिस प्रशासन ने मदनगंज थाने के एक एएसआई, एक हैड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया। पुलिस ने युवक की रिपोर्ट पर उसका मेडिकल कराकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुमेर सिटी के सामने स्थित शराब ठेके के संचालक कुलदीप सिंह ने बताया कि रविवार रात बीयर लेने के लिए ठेके पर आए कुछ युवक उससे गाली गलौंज पर उतारू हो गए, जबकि वह रात करीब 9 बजे ठेका बंद कर रहा था।
READ MORE : खाप पंचायत ने कर दिया युवती के परिवार का हुक्का पानी बंद विवाद बढ़ता देख उसने मदनगंज थाने पर इसकी सूचना दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और गाली गलौंज कर रहे युवक के साथ ही कुलदीप सिंह को भी वाहन में बैठाकर थाने ले गई। उसने थाने पहुंचने पर इस पर एतराज किया और बेवजह थाने लेकर आने पर रोष जताते हुए प्रकरण में कोर्ट में कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
कुलदीप ने रिपोर्ट में बताया कि इस पर एएसआई गोपाराम समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने उसके साथ लात-घूंसों और डंडों से मारपीट की। उसे लॉकअप में बंद रखा गया। हालत बिगड़ने पर सोमवार सुबह 5 बजे उसे पुलिसकर्मियों ने थाने से धमकाते हुए भगा दिया। उसने घर पहुंचकर रातभर के घटनाक्रम की जानकारी दी और शरीर पर चोटें के निशान भी बताए।
जानकारी पाकर राजपूत सभा समिति अध्यक्ष उदयसिंह तोलामाल, सचिव सुमेरसिंह, वकील किशोर सिंह, सज्जनसिंह एवं शैतानसिंह धौलपुरिया व अन्य सुबह कुलदीप सिंह के साथ मदनगंज थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के समक्ष रोष जताया और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की।
सूचना पाकर डिप्टी मनीष शर्मा भी थाने पहुंच गए। उन्होंने शिष्टमंडल से समझाइश करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद कुलदीप सिंह की चोटों का मेडिकल कराया गया। प्रकरण की जांच जारी
डिप्टी मनीष शर्मा ने बताया कि प्रकरण की जांच की जा रही है। प्रथमदृष्टया मामले की गंभीरता को देखते हुए मदनगंज थाने में कार्यरत एएसआई गोपाराम, हैड कांस्टेबल सुभाष चौधरी, कांस्टेबल सुखराम व रामनिवास को लाइन हाजिर कर दिया गया है।