सड़कों पर ही अनलोड होता है रेता
टे्रक्टर चालकों ने जाम की समस्या को नजरअंदाज करते हुए दोपहर में ही रेत की ट्रोलियों को सड़कों पर खाली करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते घंटों लंबा जाम लग जाता है, लेकिन उन्हें भी पता है कि प्रशासन गहरी नींद में है, ऐसे में उनका कोई भी कुछ बिगाडऩे वाला नहीं है। इसका खमियाजा उसी जनता को भुगतना है, जो अपने भले के लिए राजनीतिक नुमाइंदों को चुनती है।
टे्रक्टर चालकों ने जाम की समस्या को नजरअंदाज करते हुए दोपहर में ही रेत की ट्रोलियों को सड़कों पर खाली करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते घंटों लंबा जाम लग जाता है, लेकिन उन्हें भी पता है कि प्रशासन गहरी नींद में है, ऐसे में उनका कोई भी कुछ बिगाडऩे वाला नहीं है। इसका खमियाजा उसी जनता को भुगतना है, जो अपने भले के लिए राजनीतिक नुमाइंदों को चुनती है।
यह क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित
जाम की समस्या पूरी बाड़ी में है, लेकिन सबसे ज्यादा समस्या अंबेडकर पार्क, भारद्वाज माकेर्ट, बसेड़ी रोड एवं अस्पताल रोड के सामने हैं, जहां पर घंटों बड़े व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों पर माल लोड व अनलोड करते हैं, लेकिन आज तक उन व्यापारियों के विरुद्ध कोई भी प्रशासन नोटिस तक देने नहीं जा सका।
जाम की समस्या पूरी बाड़ी में है, लेकिन सबसे ज्यादा समस्या अंबेडकर पार्क, भारद्वाज माकेर्ट, बसेड़ी रोड एवं अस्पताल रोड के सामने हैं, जहां पर घंटों बड़े व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों पर माल लोड व अनलोड करते हैं, लेकिन आज तक उन व्यापारियों के विरुद्ध कोई भी प्रशासन नोटिस तक देने नहीं जा सका।
बड़े वाहनों के लिए तय किया जा सकता है समय, मिल सकती है निजात
यदि प्रशासन चाहे तो बड़े-बड़े वाहनों के लिए प्रवेश का समय तय कर सकता है। देर रात तथा जल्दी सुबह का जारी करने से ऐसी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। लेकिन अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं ह
यदि प्रशासन चाहे तो बड़े-बड़े वाहनों के लिए प्रवेश का समय तय कर सकता है। देर रात तथा जल्दी सुबह का जारी करने से ऐसी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। लेकिन अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं ह