-नेत्र रोग विभाग के चिकित्सकों, रेजीडेंट चिकित्सकों की पहल-9 महीने में 5368 सर्जरी, 6839 मरीजों का आउटडोर रहा
आंखों का इलाज करने वालों ने भरे नेत्रदान के संकल्प पत्र
अजमेर. आमजन की आंखों का इलाज करने वाले, आंखों की रोशनी लौटाने वाले चिकित्सकों, रेजीडेंट चिकित्सकों ने मरणोपरांत नेत्रदान करने का संकल्प पत्र भरा। जिन्दगी में रंग भरने वाली आंखों की रोशनी दृष्टिबाधित व दृष्टिहीन को उपलब्ध करवाने के लिए नेत्रदान सबसे खास दान माना गया है। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में गुरुवार को विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव नैनीवाल के नेतृत्व में चिकित्सकों व रेजीडेंट ने नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भरे। यही नहीं लॉयंस क्लब के सहयोग से नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को परामर्श भी दिया गया।
नौ महीनों में 5368 ऑपरेशन किए गए हैं: जेएलएन अस्पताल में नेत्र रोग विभाग में एक जनवरी से 30 सितम्बर तक 5368 ऑपरेशन (सर्जरी) व प्रोसिजर्स किए गए। वहीं ओपीडी में करीब 6839 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया गया। अस्पताल में 91 काला पानी, 2765 केटेरेक्ट, 75 लिड एवं आर्बिट सर्जरी, 149 टेरेजियम, 47 कॉर्नियल ट्रांसप्लांट तथा 2241 अन्य सर्जरी की गई।