सौदा ढाई हजार में तय होने पर परिवादी ने अजमेर एसीबी को शिकायत कर दी। शुक्रवार दोपहर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए तीनों को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में गिरफ्तार कर लिया। प्रति सैंपल मांगे एक हजार
एसीबी एसपी समीर सिंह ने बताया कि तोपदड़ा पटेल नगर निवासी तरुण अग्रवाल ने रिपोर्ट दी कि उसको जाजू नर्सिंग कॉलेज में इन्टर्नशिप के छात्र सावन राठौड़ ने स्वयं को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में कम्पाउंडर होना बताकर उसके परिवार के अन्य दो सदस्यों का घर जाकर कोविड सैंपल लेने का ऑफर दिया। उसने परिवार के तीन सदस्यों की सैंपलिंग कर अस्पताल में जांच करवाकर रिपोर्ट देने की एवज में प्रति सदस्य एक हजार रुपए की मांग की। कुछ बातचीत के बाद तीन सदस्यों के लिए ढाई हजार रुपए में सहमत हो गया।
शिकायत की सत्यापन के बाद दबोचा अग्रवाल की रिपोर्ट का सत्यापन करने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह के नेतृत्व में उप अधीक्षक अनूप सिंह व उनकी टीम ने ट्रेप की कार्रवाई अंजाम दी। शुक्रवार दोपहर पुलिस लाइन महादेवनगर निवासी जाजू नर्सिंग कॉलेज का छात्र सावन राठौड़ व पुलिस लाइन डिस्पेंसरी का संविदाकर्मी राजकुमार सैम्पल लेने के लिए परिवादी के घर पहुंचे। जहां आरोपियों को परिवादी और उसके परिवार के दो सदस्यों के सैम्पल लेने के बाद ढाई हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने उक्त सैम्पल गुलाबबाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के संविदाकर्मी कम्प्युटर ऑपरेटर नवीन डामोर को देना कबूल किया।
तीसरा आरोपी भी पकड़ा गया नर्सिंग छात्र सावन राठौड़, संविदाकर्मी राजकुमार ने बताया कि सैम्पल गुलाबबाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के संविदाकर्मी नवीन डामोर को देते थे। बदले में डामोर प्रति सैम्पल 200 रुपए लेता था। एसीबी की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुभाष नगर टावर रोड निवासी नवीन डामोर को भी गिरफ्तार कर लिया। एसीबी मामले में आरोपियों से गहनता से पड़ताल में जुटी है।
800 से 1000 रुपए तक वसूली एसीबी की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि सावन राठौड़ व संविदाकर्मी राजकुमार पड़ोसी हैं। दोनों कोविड-19 के घर-घर जाकर सेम्पल कलेक्शन के लिए प्रति सैम्पल 800 से एक हजार रुपए तक वसूलते थे। एसीबी उनसे गहनता से पड़ताल में जुटी है। आरोपियों पर कार्रवाई में एसीबी के हैडकांस्टेबल युवराज सिंह, सिपाही कैलाश चारण, शिवसिंह, राजेश व चालक सुरेश शामिल रहे।