पूर्व सरंपच हहिरमोहन जाट ने गत दिनों खण्डार विधायक अशोक बैरवा की जनसुनवाई में क्षेत्र की बनास नदी में हो रहे अवैध बजरी खनन व परिवहन को लेकर शिकायत की थी। इसके अलावा भी लगातार शिकायतें मिल रही थी। गत 18 अगस्त को जिले में अवैध बजरी खनन व परिवहन में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत की जांच कराई गई थी। इसके बाद पुलिस महानिरीक्षक ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। जांच में इसमें उक्त तीनों पुलिसकर्मियों की बजरी के अवैध खेल में मिलीभगत पाई गई। इसके बाद भरतपुर रेंज महानिरीक्षक ने तीनों का स्थानान्तरण अन्यत्र जिले में किया है।
बजरी के खेल में पुसिकर्मियों की लिप्तता पहली बार सामने नहीं आई है। करीब छह माह पहले सवाईमाधोपुर विधायक ने जयपुर से लौटते वक्त जस्टाना के पास नाके के पुलिसकर्मियों को अवैध तरीके से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को निकालते हुए पकड़ा था। बौंली थाने के पुलिसकर्मी लिप्त पाए गए थे। इसके बाद उनको वहां से हटा दिया गया था।
बजरी के खेल में अब पुलिस की लिप्तता खुलकर सामने आ रही है। पूर्व में खण्डार विधायक अशोक बैरवा भी पुलिस पर अवैध बजरी खनन में लेकर कई आरोप लगा चुके हैं। इसके बावजूद बजरी का अवैध खनन व परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। उल्लेखनीय है कि संजीव कुमार नार्जरी पूर्व में अजमेर रेंज में आईजी रह चुके है।
सुधीर चौधरी, जिला पुलिस अधीक्षक, सवाईमाधोपुर